पांचवीं मंजिल से नीचे गिरी आठ महीने की बच्ची को लगी मामूली चोट, कैसे बची जान
चेन्नई। तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में आठ महीने की बच्ची बिल्डिंग के पांचवें माले पर स्थित फ्लैट की बालकनी से नीचे झांक रही थी कि उस जानलेवा ऊंचाई से अचानक नीचे गिर गई और कुछ ऐसा हुआ जिससे वह बाल-बाल बच गई। बच्ची के पैर में हल्का फ्रैक्चर आया है और एक निजी अस्पताल में उसका इलाज किया जा रहा है।
बालकनी से नीचे गिरी बच्ची (प्रतीकात्मक चित्र)
जानकारी के मुताबिक, चेन्नई के मिंट स्ट्रीट स्थित बिल्डिंग के पांचवीं मंजिल पर स्थित फ्लैट में बच्ची, दादी के कमरे में खेल रही थी। दादी के कमरे से लगी बालकनी में बच्ची खेलते-खेलते चली गई। कमरे में दादी नहीं थी। बच्ची की मां खाना बनाने के लिए किचन में थी। बालकनी में स्टील की रेलिंग लगी थी जहां से बच्ची दिन में करीब साढ़े दस बजे पांचवीं मंजिल से सीधे नीचे गिर गई।
पड़ोसी आए तो मां को पता चला
उधर मां को मालूम नहीं था कि उनकी बिटिया जिनिशा खेलते-खेलते इतनी ऊंचाई से नीचे गिर गई है। मां को तब पता चला जब पड़ोसी दरवाजा खटखटाकर बताने आए कि उनकी बच्ची के साथ क्या हुआ है। घटना जानकर मां के होश उड़ गए। बच्ची को इलाज के लिए आनन-फानन में अपोलो चिल्ड्रन हॉस्पिटल ले जाया गया।
हॉस्पिटल में हुई जांच में पता चला
हॉस्पिटल में डॉक्टर ने बच्ची की जांच की तो ब्रेन और स्पाइन नॉर्मल तरीके से काम कर रहा था। डॉक्टर ने बच्ची के बारे में बताया कि पैर में फ्रैक्चर है जिसका इलाज किया गया है। कुछ सप्ताह में बच्ची का पैर ठीक हो जाएगा। वह खतरे से बाहर है और खाना खा रही है।
होंडा एक्टिवा पर गिरी बच्ची बची
घटना की एक प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक, वह अखबार पढ़ रही थी तभी लगा कि कोई गुड़िया ऊपर से गिरी है। होंडा एक्टिवा पर एक बच्ची ऊपर से गिरी, कुछ पल ठहरने के बाद वह फिसलकर फिर जमीन पर गिरी। लोग दौड़कर बच्ची के पास पहुंचे तो वह रो रही थी। उसको चोटें लगी थीं। एक ऑटोरिक्शा वाला पैसेंजर को उतारकर दुकानदारों की मदद से बच्ची को हॉस्पिटल ले गया। इधर लोगों ने बच्ची के परिजनों की तलाश के लिए घरों का दरवाजा खटखटाना शुरू किया। करीब 20 मिनट बाद बच्ची की मां मिल गई। बच्ची के परिजनों ने उसकी जान बचने पर खुशी जाहिर करते हुए ईश्वर को धन्यवाद दिया।
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