चेन्नई के बीच पर दो पोतों की टक्कर, समदंर में तेल ही तेल
चेन्नई के मरीना बीच पर भी पर्यावरण कार्यकर्ता सफाई में लगे हुए हैं। स्थानीय नागरिकों के मुताबिक तेल रिसाव से प्रभावित तटीय इलाके में समंदर का पानी काला पड़ गया है।
चेन्नई। चेन्नई के एन्नोर बंदरगाह के पास तेल और एलपीजी टैंकर ले जा रहे दो मालवाहक जहाज टकराने के बाद समंदर में बड़ी तादाद में तेल फैल गया है। भारी मात्रा में तेल के समंदर के पानी में मिल जाने से समुद्री जीवों के जीवन और मछुआरों की आजीविका के लिए खतरा पैदा हो गया है। सोमवार से राज्य के साउथ वार्ड स्थित मरीना बीच से इंडियन कोस्ट गार्ड्स की टीम लगातार तेल समुंद्र से निकलने में लगी हुई है लेकिन खतरा अभी टला नहीं है। 28 जनवरी एन्नोर बंदरगाह पर दो कार्गो शिप आपस में टकराए थे। 31 जनवरी को तिरुवल्लूर के जिला कलक्ट्रेट ने आस-पास के समुंद्र तट पर तेल फैल जाने की बात कही।
1000 से ज्यादा कोस्ट गार्ड्स बाल्टियों के जरिए तेल निकाल रहे हैं। कोस्ट गार्ड्स और तमिलमाडु प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड तेल निकालने में जुटे हैं। तीन चेन्नई मेट्रो वॉटर्स की सुपर सकर मशीनेों का भी इस्तेमाल तेल निकालने के लिए किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि अब तक 55 मैट्रिक टन से ज्यादा तेल समुद्र से निकाला जा चुका है। राज्य मछली पालन मंत्री डी. जयकुमार ने कहा है कि घटना से एक टन तेल का रिसाव हुआ है। जिस वजह से समुंद्र पर तेल फैल चुका है। हालांकि उन्होंने इससे मछुआरों को नुकसान ना होने की बात कही है।
तमिलनाडु सरकार ने आश्वासन दिया है कि वह हालात पर काबू पाने के सारे उपाय कर रही है। प्रदूषण की रोकथाम करने वाले समूह के सदस्य तेल से काले पड़ चुके तट को साफ करने में लगे हैं। सभी प्रभावित इलाकों में समुद्री प्रदूषण को रोकने के उपाय किए जा रहे हैं। चेन्नई के मरीना बीच पर भी पर्यावरण कार्यकर्ता सफाई में लगे हुए हैं। स्थानीय नागरिकों के मुताबिक तेल रिसाव से प्रभावित तटीय इलाके में समंदर का पानी काला पड़ गया है।