भगवा पहनावे में संत-कवि तिरुवल्लुवर के चित्रण पर डीएमके, पीएमके ने जताई आपत्ति
तमिलानडु के विपक्षी दलों डीएमके और पीएमके ने संत-कवि तिरुवल्लुवर का भगवा वस्त्रों और पवित्र धागा जनेऊ पहने चित्रण करने पर आपत्ति जताई है।
चेन्नई। तमिलानडु के विपक्षी दलों डीएमके और पीएमके ने संत-कवि तिरुवल्लुवर का भगवा वस्त्रों और पवित्र धागा जनेऊ पहने चित्रण करने पर आपत्ति जताई है। दरअसल, वहां की सीबीएसई की कक्षा आठ की हिंदी की किताब में संत-कवि तिरुवल्लुवर को गले में जनेऊ धारण किये हुए और भगवा रंगे के वस्त्र पहने चित्रित किया गया है, जिसपर द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) और पटाली मक्कल काची (पीएमके) ने आपत्ति जताई है।
कक्षा 8 की पाठ्यपुस्तक में 'वासुकी का प्रश्न (वासुकी का सवाल) शीर्षक वाला अध्याय एक निजी प्रकाशक द्वारा प्रकाशित किया गया है। इस अध्याय में किए गए चित्रण में तमिल कवि थिरुवल्लुवर को भगवा गमछा और पवित्र धागा पहने दिखाया गया है। डीएमके नेता एमके स्टालिन ने शुक्रवार को कवि की भगवा पहने तस्वीर की निंदा की और कहा कि तिरुवल्लुवर को आर्यों के पहनावे में चित्रित किया गया है। स्टालिन ने आरोप लगाया कि भाजपा इस तरह की गतिविधियों की अनुमति दे रही है और सत्ताधारी पार्टी ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (AIADMK) मूकदर्शक बनी हुई है। स्टालिन ने कहा कि, 'तमिलनाडु, तमिल संस्कृति में इस तरह के दांव-पेचों की अनुमति नहीं देगा। डीएमके इसकी अनुमति नहीं देगा।'
वहीं, पीएमके नेता रामदास ने इस चित्रण की निंदा करते हुए कहा तिरुवल्लुवर सभी के लिए समान हैं। उन्होंने यह भी कहा कि महान संत-कवि का अपमान नहीं किया जाना चाहिए। आपको बता दें कि तमिलनाडु में इस वर्ष विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, जिसको लेकर पक्ष-विपक्ष में आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो चुका है। राज्य में इस साल के अप्रैल-मई में चुनाव होने की संभावना है।