क्या खास था जयललिता के ताबूत में?
जयललिता को जिस ताबूत मे दफनाया गया, वो बेहद खास था। फ्रीजर होने के साथ-साथ ताबूत को सोने से भी मढ़ा गया था।
चेन्नई। सोमवार देर रात अपनी आखिरी सांसे लेने वाली तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जे जयललिता को मंगलवार शाम को एमजीआर मेमोरियल में दफनाया गया। अम्मा के नाम से मशहूर जयललिता की अंतिम विदाई में कई बातें खास थीं, लेकिन अम्मा को जिस ताबूत में दफनाया गया, वो बेहद खास था।
'फ्लाइंग स्कवायड एंड होमेज कंपनी' ने तैयार किया ताबूत
मंगलवार शाम को तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता को राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री एमजी रामचंद्रन के समाधि स्थल के ठीक बगल में दफनाया गया।
जयललिता को हरी साड़ी में दफनाया गया। साथ ही उनको दफन करने के लिए जो ताबूत तैयार किया गया, वो काफी अलग और स्पेशल था। जयललिता को दफनाने के लिए ताबूत 'फ्लाइंग स्कवायड एंड होमेज कंपनी' ने तैयार किया।
ताबूत के अंदर लगा है फ्रीजर
'फ्लाइंग स्कवायड एंड होमेज कंपनी' मशहूर लोगों के लिए ताबूत बनाती रही है। भारत में इससे पहले ये कंपनी पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव, एक्टर शिवाजी राव और मनोरमा के लिए ताबूत बना चुकी है।
ये ताबूत किसी आम ताबूत से काफी अलग था। इसमें एक फ्रीजर बॉक्स था, जिसका तामपान 0-5 डिग्री सेल्सियस तक होने की वजह से बॉडी को लंबे वक्त तक ज्यों का त्यों रखा जा सकता है।
सोने से मढ़ा गया था ताबूत
इस ताबूत में 2-3 दिन तक मृत शरीर ज्यों का त्यों रखा रह सकता है। साथ ही इस ताबूत में सोने को भी मढ़ा गया था। इसमें काफी सोना लगा था।
सोने से मढ़ा होने और इसकी बनावट की वजह से भी ताबूत काफी आकर्षक बनाया गया था। ताबूत को बनाते हुए इसकी खूबसूरती का भी ध्यान रखा गया।
वीवीआईपी लोगों के ताबूत बनाने के लिए जानी जाती है कंपनी
ताबूत बनाने वाली कंपनी के डायरेक्टर शांताकुमार के मुताबिक, उनकी कंपनी 1994 से ताबूत निर्माण के क्षेत्र में है। उनका कहना है कि ताबूत को इस तरह से तैयार किया गया था जिससे मृत शरीर तरोताजा बना रहे।
शांताकुमार ने बताया कि उनकी कपंनी दक्षिण भारत की बड़ी हस्तियों के साथ-साथ अब तक 500 से ज्यादा वीवीआइपी लोगों के लिए ताबूत बना चुकी है।
लंबी समय से अस्पताल में भर्ती थीं जयललिता
आपको बता दें कि सोमवार देर रात तमिनलाडु की मुख्यमंत्री रहते हुए जयललिता का चेन्नई के अपोलो अस्पताल में निधन हो गया था। जयललिता लंबे समय से बीमार थीं।
जयललिता के अंतिम दर्शन में प्रधानमंत्री मोदी, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और कई प्रदेशों के मुख्यमंत्री शामिल हुए। जयललिता के निधन पर तमिलनाडु में सात दिन के राजकीय शोक की घोषणा की गई है।