महाराजा रणजीत सिंह अवार्ड से सम्मानित हुई गुरदासपुर की तलवारबाज सुमीप्रीत, बताई कहानी
गुरदासपुर। पंजाब में गुरदासपुर के छोटे से गांव सतकोहा के मध्यवर्गीय जट्ट सिख परिवार की बेटी सुमीप्रीत कौर महाराजा रणजीत सिंह अवार्ड से सम्मानित हुई हैं। सुमीप्रीत कौर तलवारबाज़ी करती हैं। उन्होंने इस खेल की शुरूआत 2008 में स्कूल से ही शुरू कर दी थी और 2010 में कोरिया में हुई इंटरनेशनल जूनियर एशियन चैम्पियनशिप में खेलने पहुंच गईं। इसके बाद वह एशियन एवं वर्ल्ड चैम्पियनशिप में भी खेलीं। उन्होंने कई यूनिवर्सिटी खेलो में भी भाग लिया और इनाम जीते।
वह बताती हैं कि 2014 में उनको स्पोर्ट्स के मध्यम से गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी में बतौर कोच की नौकरी मिल गई। अभी तक बतौर कोच वहां अपनी सेवाएं दे रही हूं। उनका कहना है कि इस कामयाबी के पीछे उनकी कड़ी मेहनत और परिवार का साथ का बहुत बड़ा हाथ रहा है। यदि नौजवान विदेश ना जाकर यही रहकर खेलों की नॉलेज लेकर खेलें तो अच्छे मुकाम को हासिल कर सकते हैं। सुमीप्रीत कौर के माता-पिता सुखविंदर सिंह और रंजीत कौर बेटी की कामयाबी पर बहुत खुश हैं। उन्होंने अपनी दोनों बेटियों की परवरिश अच्छे ढंग से की।
गांव के रहने वाले गुरविंद्रपाल सिंह ने बताया कि सुमीप्रीत जब गांव में प्रैक्टिस करती थी तो हमें लगता था कि यह लड़की एक दिन गाँव का नाम जरूर रोशन करेगी। आज हमें अपने गांव की इस बेटी पर नाज है। इसने हमारा सपना पूरा किया और यह अवार्ड प्राप्त कर गांव का नाम रोशन किया।
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