राम रहीम के करीबी बिट्टू का प्रशासन से समझौते के बाद हुआ अंतिम संस्कार, सरकार को मिली बड़ी राहत
चंडीगढ़। आखिर दो दिनों की लंबी जद्दोजहद के बाद पंजाब सरकार व डेरा सच्चा सौदा के प्रेमियों के बीच अंदरखाते हुए समझौते के बाद नाभा जेल में बरगाड़ी बेअदबी मामले के प्रमुख आरोपी मारे गए महिन्दर पाल सिंह बिट्टू के अंतिम संस्कार के साथ पुलिस को बड़ी राहत मिली है। हालांकि, डेरा प्रभाव वाले मालवा क्षेत्र में अभी भी तनाव बना हुआ है। सुरक्षा बल पूरी सर्तकता के साथ किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए इस इलाके में तैनात है। इससे पहले डेरा प्रेमी बिट्टू के अंतिम संस्कार को लेकर लगातार गतिरोध बना हुआ था, जिससे पंजाब में महौल तनावपूर्ण बना हुआ था। लेकिन परिवार को पंजाब सरकार से मिले भरोसे के बाद हालात में कुछ नरमी आई है।
सीएम ने दिया एसआईटी के गठन का आदेश
नाभा जेल में हत्या के बाद डेरा प्रेमी बिट्टू का शव कोटकपूरा में डेरे के नामचर्चा घर में रखा हुआ था। डेरा प्रेमी हत्या के आरोपी की गिरफ्तारी न होने तक बिट्टू के शव का अंतिम संस्कार न करने पर अड़े थे, लेकिन परिवार व डेरा कमेटी को जिला प्रशासन ने अंतिम संस्कार के लिए मना लिया गया। चार घंटे की मीटिंग के बाद डीसी ने परिवार को सुरक्षा देने और अन्य मांगों को सरकार तक पहुंचाने का भरोसा दिया है। इस भरोसे के बाद सैंकड़ों लोगों की मौजूदगी में कड़ी सुरक्षा के बीच बिट्टू का अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस बीच सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बिट्टू हत्याकांड की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) के गठन का आदेश दिया है। एसआइटी का नेतृत्व एडीजीपी लॉ एंड ऑर्डर ईश्वर सिंह करेंगे।
छावनी में तब्दील कोटकपूरा, कई जिलों में अलर्ट
उधर, फरीदकोट, बठिंडा व मानसा आदि जिलों में अलर्ट जारी है। डेरा के नामचर्चा घरों के बाहर पुलिस व पैरा मिलिट्री फोर्स तैनात की गई है। प्रमुख शहरों में आने-जाने वाले वाहनों की तलाशी ली जा रही है। कोटकपूरा को छावनी में तब्दील है। रैपिड एक्शन फोर्स व बीएसएफ की तीन बटालियनों व एक हजार से अधिक पुलिस जवानों ने कोटकपूरा पहुंच कर मोर्चा संभाला हुआ है। फिरोजपुर रेंज के आइजी मुखविंदर सिंह छीना व एसएसपी राजबचन सिंह संधू की निगरानी में पूरे हालात पर कड़ी निगरानी रख रहेे हैं। बठिंडा में पुलिस ने नाके लगाकर सघन जांच अभियान चलाया है। मानसा में हरियाणा सीमा से सटते क्षेत्रों में पुलिस तैनाती बढ़ाई गई है।
क्या बोले जेल मंत्री रंधावा
जेल मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि महिंदर पाल की मौत से बरगाड़ी बेअदबी मामले की जांच प्रभावित होगी। महिंदर की हत्या के लिए ग्रिल की रॉड और ईंट का इस्तेमाल हुआ है। राज्य की तीन जेलों की सुरक्षा की जिम्मेदारी जल्द ही केंद्रीय सुरक्षा एजेंसी सीआरपीएफ को दी जा रही है। इस संबंध में केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से हरी झंडी मिल गई है। जेलों में बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए पंजाब सरकार की तरफ से लगातार प्रयत्न किए जा रहे हैं। कैप्टन अमरिंंदर सिंह ने उनके विभाग को दो दिन पहले ही 24 करोड़ रुपए जारी किए हैं, जिससे जेलों की सुरक्षा मजबूत करने के लिए नई भर्ती की जाएगी। इसके अलावा जेल अधिकारियों और सुरक्षा कर्मियों के लिए नए हथियार भी खरीदे गए हैं। महिंदर पाल की हत्या के मामले में किसी तरह की साजिश से इनकार किया है।