सऊदी में फंसे पंजाब के दो युवकों को मिली सिर कलम की सजा, सच्चाई जानने हाईकोर्ट पहुंचा परिवार
चंडीगढ़। सऊदी अरब में रोजी रोटी कमाने गए पंजाब के दो युवक रियाद में एक ऐसा अपराध कर बैठे कि सजा के तौर दोनों का सिर कलम कर दिया गया, लेकिन इस मामले पर एक महीने से अधिक समय बीत जाने के बाद भी रियाद स्थित भारतीय दूतावास दोनों युवकों के परिजनों को कोई सूचना नहीं दे रहा। अब थक हार कर मारे गये एक युवक की पत्नी ने इस मामले पर पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट की शरण ली, ताकि पता चल सके कि उसका पति व दूसरा युवक जिंदा भी है, या नहीं। अदालत ने मामले का कड़ा संज्ञान लेते हुए केन्द्र सरकार को इस मामले में दखल देकर सात दिन के अंदर जानकारी देने का आदेश दिया है।
दोनों पर हत्या का आरोप लगा
दरअसल, पंजाब के जिला होशियारपुर सतविंद्र मोगा के रहने वाले अपने दोस्त हरजीत सिंह के साथ 2013 से सऊदी अरब के रियाद शहर में मजीद ट्रांसपोर्टिंग एंड पोलिंग कार्स इंटरनेशनल एंड एक्सटर्नल नाम की कंपनी में चालक के तौर पर काम करते थे। इस दौरान 2016 में दोनों का रियाद में भारतीय के साथ लड़ाई झगड़ा हुआ, जो बाद में हत्या में बदल गया। आरोप लगाया गया कि सतविंद्र और हरजीत सिंह ने अपने वाहन से भारतीय की कुचल कर हत्या कर दी। रियाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। दोनों आरोपी अपने बचाव में कोई ठोस सबूत नहीं दे पाए। रियाद में दोनों पर अदालत में ट्रायल चल रहा था, जिसकी जानकारी सतविंद्र के परिवार को भी थी।
रियाद जेल से आया पत्नी के पास फोन
21 फरवरी, 2019 को सतविंद्र ने अंतिम बार पत्नी सीमा देवी से फोन पर बात की थी और बताया था कि भारत सरकार मामले में हस्तक्षेप कर रही है, उन्हें राहत मिलने वाली है। इससे पहले युवकों के परिजनों ने इस मामले में भारत सरकार से मदद की गुहार लगाई थी, लेकिन अभी उनके भारत लौटने की आस बंधी ही थी कि परिजनों को रियाद की जेल से एक भारतीय कैदी जिसने अपने आपको सतविंद का दोस्त बताया व कहा कि अदालत के आदेशों के बाद सतविंद्र और हरजीत का सिर कलम कर दिया गया है।
दोनों के सिर कलम किए जाने की जानकारी दी
उस व्यक्ति ने परिवार को यकीन दिलवाने के लिए बार-बार फोन किए कि 28 फरवरी को दोनों को सजा के मुताबिक सिर कलम कर मार दिया गया है। वहीं, मुम्बई में सतविंद्र के एक रिश्तेदार ने रियाद जेल में कई बार मेल कर सतविंद्र के संबंध में जानकारी मांगी। उसे राजकुमार नाम के व्यक्ति ने जेल प्रशासन की ओर से मेल कर बताया कि सतविंद्र को भारतीय मूल के आरिफ इमममुद्दे की हत्या की सजा के रूप में मौत दी जा चुकी है, जिसकी सूचना एम्बैसी को दी गई है। लेकिन परिवार को आधिकारिक रूप से अभी तक कोई सूचना नहीं मिली है।
सुषमा स्वराज को भी लिखा पत्र, अब हाईकोर्ट की शरण
केंद्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को भी पत्र लिख सतविंद्र संबंधी परिवार ने जानकारी मुहैया करवाने की गुहार लगाई, लेकिन कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिला। वहीं, रियाद में एम्बैसी की सूचना से इनकार के बाद मामला पेचीदा हो गया है। थक हार कर सतविंद्र की पत्नी सीमा ने पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट की शरण ली। हाईकोर्ट ने मामले को गंभीरता से लेते हुए याचिकाकर्ता को उसके पति के जीवित होने या मौत संबंधी सही जानकारी मुहैया करवाने के आदेश दिए हैं। आदेश में सरकार के अंडर सैक्रेटरी को भी केंद्र के काऊंसिल की मार्फत आर्डर जारी कर दिए हैं, जिन्हें सात दिनों के अंदर सऊदी अरब में रियाद स्थित एम्बैसी से पूरी जानकारी सतविंद्र के परिवार को देने को कहा है।
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