CM कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सिद्धू को दिया एक और 'झटका', 8 सलाहकार समूह में नहीं किया शामिल
चंडीगढ़। लगता है पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह व उनके कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के बीच चल रही तनातनी आसानी से खत्म होने वाली नहीं। एक ओर सिद्धू नया पदभार संभालने के बजाए कैप्टन पर दवाब बनाने के लिए दिल्ली में पार्टी आलाकमान की शरण में चले गए हैं। वहीं, चंडीगढ़ में कैप्टन ने एक ओर कदम उठाते हुए प्रदेश सरकार के लिए मंत्रियों की अध्यक्षता में आठ सलाहकार समूह गठित किए हैं, जिनमें किसी में भी सिद्धू को शामिल नहीं किया गया है।
सिद्धू के लिए यह दूसरा झटका
स्थानीय निकाय विभाग एवं पर्यटन मंत्रालय का प्रभार वापस लेने के बाद मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के लिए यह दूसरा झटका है। सरकार के योजना एवं कार्यक्रम क्रियान्यवन में सिद्धू की भूमिका को नजरअंदाज करने को लेकर कयासबाजी भी शुरू हो गई है। पंजाब के मुख्यमंत्री ने सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं को लागू करने की गति तेज करते हुए आठ सलाहकार समूह गठित करने का आदेश दिया है। ये समूह कार्यक्रम और योजनाओं की कारगुजारी का निरीक्षण लेने के साथ-साथ इसके संबंध में अनुमान भी लगाएंगे ताकि इनमें औैर सुधार किया जा सके। इन समूहों का एक पहलू और जो सामने आया है वो ये है कि इन सभी आठ समूह में से किसी में भी नवनियुक्त ऊर्जा मंत्री नवजोत सिद्धू को शामिल नहीं किया गया है।
मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से जारी की गई समूहों की लिस्ट
यह समूह पंजाब सरकार की योजनाओं के वर्तमान निर्देशों में संशोधन संबंधी भी सिफारिशें देंगे ताकि लोगों तक इन योजनाओं का लाभ पहुंच सके। मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से इन समूहों की सूची जारी की गई, जिसमें कहा गया है कि सचिव-कन्वीनर ग्रुप के सदस्यों को कार्यक्रमों व योजनाओं के दिशा-निर्देशों व उनकी कारगुजारी से परिचित करवाएंगे ताकि इनको लागू करने में आ रही समस्याओं को दूर किया जा सके। इस संदर्भ में मुख्यमंत्री शहरी कायाकल्प एवं सुधार संबंधी सलाहकारी समूह के मुखिया होंगे। इसमें स्मार्ट सिटी, अमरूत, यूईआईपी एवं हुडको शामिल हैं। मुख्यमंत्री इस समूह के चेयरमैन होंगे जबकि स्थानीय निकाय मंत्री ब्रह्म मोहिंदरा, वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल, आवास एवं शहरी विकास मंत्री सुखबिंदर सिंह सरकारिया, लोक निर्माण मंत्री विजय इंद्र सिंगला, खाद्य एवं सिविल सप्लाई मंत्री भारत भूषण आशु, विधायक परगट सिंह, सुशील कुमार रिंकू, सुनील दत्ती, अमित विज, गुरकीरत सिंह कोटली, सुरिंदर कुमार डाबर एवं डा. हरजोत कमल सिंह इसके सदस्य होंगे।
मुख्यमंत्री ही होंगे नशे संबंधी सलाहकार समूह के अध्यक्ष
नशे संबंधी सलाहकार समूह के भी अध्यक्ष मुख्यमंत्री ही होंगे। नशे के दुरुपयोग विरुद्ध व्यापक कार्ययोजना के मुख्यमंत्री चेयरमैन जबकि सेहत एवं परिवार कल्याण मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू, ग्रामीण विकास एवं पंचायत मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा, शिक्षा मंत्री विजय इंद्र सिंगला, डीजीपी दिनकर गुप्ता एवं एडीजीपी-एसटीएफ गुरप्रीत दियो इसके सदस्य होंगे। किसानों एवं खेत मजदूरों के कर्ज माफी संबंधी सलाहकार समूह में सहकारिता मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा को चेयरमैन जबकि राजस्व मंत्री गुरप्रीत सिंह कांगड़ एवं कल्याण मंत्री साधु सिंह धर्मसोत को सदस्य बनाया गया है।
जानें और किसे मिली क्या जिम्मेदारी
ग्रामीण विकास-एमजीएसवीवाई, एसवीसी, मनरेगा, ग्रामीण भवन निर्माण सम्बन्धी सलाहकार समूह में ग्रामीण विकास एवं पंचायत मंत्री और पशु पालन मंत्री तृप्त राजिन्दर सिंह बाजवा चेयरमैन होंगे जबकि कल्याण मंत्री साधु सिंह धर्मसोत, जल सप्लाई और सैनीटेशन मंत्री रजिया सुलताना इसके मैंबर होंगे। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू मिशन तंदुरुस्त पंजाब ग्रुप के प्रमुख होंगे जबकि वन मंत्री साधु सिंह धर्मसोत, जल स्रोत मंत्री सुखबिन्दर सिंह सरकारिया, रजिया सुलताना और खेल मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढी इसके मैंबर होंगे। सभी सलाहकार समूहों में विधायक और विभिन्न विभागों के सीनियर सरकारी अधिकारी सदस्य होंगे। शहरी कायाकल्प एवं सुधार समूह में अमृतसर, लुधियाना, जालंधर और पटियाला के मेयर भी शामिल किए गए हैं ।
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