चंडीगढ़ से दूसरी बार बनी सांसद, जानें कितना पढ़ी लिखी हैं किरण खेर
चंडीगढ़। चंडीगढ़ से भाजपा के टिकट पर चुनाव जीतने वाली किरण खेर ने कांग्रेस प्रत्याशी पवन कुमार बंसल को 46790 मतों से हराया। यह उनकी लगातार दूसरी जीत है। पिछली बार भी उन्होंने पवन बंसल को ही हराया था। हालांकि, जिस समय पार्टी अपने प्रत्याशी मैदान में उतर रही थी, किरण खेर के मामले में यही सुनने को मिल रहा था कि शायद उनका टिकट इस बार कट जाए, लेकिन आखिर में भाजपा ने उन्हें ही प्रत्याशी बनाया व मोदी लहर में उन्होंने कमल को खिला दिया। दूसरे फिल्मी सितारों के मुकाबले उनकी जीत सबसे कम अंतर की रही है।
पंजाब यूनिवर्सिटी से ली एमए की डिग्री
चंडीगढ़ से भाजपा सांसद किरण खेर का जन्म 14 जून 1955 को हुआ। प्रारंभिक शिक्षा चंडीगढ़ से हुई। चंडीगढ़ के ही इंडियन थिएटर ऑफ पंजाब यूनिवर्सिटी से स्नातक किया। पंजाब यूनिवर्सिटी से अंग्रेजी साहित्य से एमए की डिग्री हासिल की। इनकी दो बहनें और एक भाई भी है। भाई अमरदीप की 2003 में एक एक्सीडेंट में मृत्यु हो गई थी। बहन कंवल ठक्कर कौर हैं जो अर्जुन अवॉर्ड विनर बैडमिंटन खिलाड़ी हैं। दूसरी बहन का नाम शरणजीत कौर संधु है।
अनुपम खेर से की दूसरी शादी
किरण का विवाह मुंबई में रहने वाले उद्योगपति गौतम बेरी के साथ हुआ जो एक बिजनेसमैन हैं। यह शादी कुछ ही साल चली और तलाक हो गया। बेरी से तलाक के बाद 1985 में अभिनेता अनुपम खेर से शादी की। अनुपम खेर के साथ किरण खेर की दूसरी शादी है। उसके बाद किरण ने अनुपम खेर से शादी कर ली। किरण खेर के एक बेटा है, सिकंदर खेर।
'देवदास' से छोड़ी एक्टिंग में छाप
किरण खेर ने अपने करियर कि शुरुआत में पंजाबी फिल्म ‘असर प्यार दा' से की। 1996 में 'सरदारी बेगम' में काम किया, जो काफी चर्चित भी रही। 2002 में संजय लीला भंसाली की फिल्म 'देवदास' से एक्टिंग की छाप छोड़ी। 63 वर्षीय किरण खेर अभिनेत्री के साथ ही सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं। भ्रूण हत्या के खिलाफ ‘लाडली' अभियान में अहम भूमिका निभाई। कैंसर के खिलाफ चलाए गए अभियान ‘रोको कैंसर' से भी जुड़ी रहीं।
2009 में भाजपा में हुईं शामिल
साल 2009 में भाजपा में शामिल हो गईं। अन्ना आंदोलन में भी हिस्सा लिया। मशहूर टीवी शो इंडिया गाट टैलेंट में उन्होंने जज की भूमिका निभाई। 2014 में भाजपा ने उन्हें चंडीगढ़ से टिकट दिया तो उन्होंने बखूबी चुनाव जीता। 2019 में दोबारा टिकट मिला तो फिर जीत दर्ज कर ली। 16वीं लोकसभा में गृह मामलों की स्थायी समिति की सदस्य रही हैं।