हरियाणा में रेप की सजा- पांच जूते
नई दिल्ली (विवेक शुक्ला) हरियाणा में औरतों के साथ छेड़खानी से लेकर रेप की वारदातें तो कम नहीं हो रही हैं,पर अब रेप के आरोपियों को सजा पंचायत ने पांच जूते तय कर दी है। यानी रेप करने पर आरोपी पांच जूते खाने के बाद आजाद है। राज्य के यमुनानगर में इस तरह का एक केस सामने आया है।
पीड़िता दलित
यहां मिली जानकारी के मुताबिक, पिछली 25 मार्च को एक दलित लड़की के साथ उस समय रेप किया गया जब वह खेतों में काम कर रही थी। तब ही उस बदनसीब कन्या का साथ उसके पडोसी काला नाम के युवक ने रेप किया। उसके शोर मचाने पर भी वहां पर कोई उसे बचाने नहीं आया।
इंसाफ की गुहार
रेप की शिकार लड़की के घरवाले पुलिस थाने गए। थाने में कहा गया कि वे पंचायत से मिले न्याय के लिए। पंचायत के पास केस पहुंचा तो उसने काला को पांच जूते मारने की सजा सुनाई।
यहां मिली जानकारी के अनुसार, जब पंचायत सजा सुना रही थी तब वहां पर पुलिस के कुछ जवान खड़े थे। पंचायत का कहना है कि वे उस लड़की और काला के परिवारों के बीच झगड़े को हल करने के लिए मिली थी। बहरहाल, सच्चाई कुछ और है।
पीड़िता के घर गईं
मालूम चला है कि हरियाणा राज्य महिला आयोग की प्रमुख सुमन दहिया अपनी टीम के साथ पीड़िता के घर गई थी पिछले दिनों। उधर, पुलिस के कुछ अफसरान कह रहे हैं कि रेप की पुष्टि नहीं हुई है और आरोपी और पीड़िता दोनों संबंधी हैं।
इस बीच, हरियाणा से संबंध रखने वाले कवि-लेखक महेन्द्र शर्मा ने माना कि हरियाणा का समाज औरतों को लेकर बेहद संकुचित तरीके से सोचता है। वहां पर औरतों को उनका वाजिब हक नहीं मिलता।