शिवसेना के साथ गठबंधन, भाजपा नेताओं को शामिल करने वाली कांग्रेस धर्मनिरपेक्षता की बात न करे- अमरिंदर सिंह
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने गुरुवार को कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि शिवसेना के साथ गठबंधन और बीजेपी के नेताओं को शामिल करने वाल धर्मनिरपेक्षता की बात न करें।
चंडीगढ़, 21 अक्टूबर। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने गुरुवार को जमकर हमला बोला। उन्होंने कांग्रेस के सेकुलरिज्म (धर्मनिरपेक्षता) पर सवाल उठाए और कहा कि शिवसेना के साथ महाराष्ट्र में गठबंधन करने वाली, नवजोत सिंह सिद्धू समेत भाजपा और आरएसएस के नेताओं को पार्टी में शामिल करने वाली कांग्रेस को सेकुलरिज्म पर बात करने का कोई हक नहीं है।
अमरिंदर ने अपने अंदर के सेक्युलर को मार दिया
दरअसल कैप्टन की यह प्रतिक्रिया पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत के उस बयान के बाद आई है जिसमें उन्होंने कहा था कि भाजपा के खिलाफ कुछ कहने या करने के बजाय कैप्टन बीजेपी का साथ देते हैं तो यह चौकाने वाली बात है। ऐसा लगता है कि उन्होंने अपने अंदर के सेक्युलर अमरिंदर सिंह को मार दिया है। रावत का यह बयान कैप्टन के द्वारा नई पार्टी बनाने की घोषणा करने व भाजपा के साथ गठबंधन करने की खबरों के बाद आया था। एक दिन पहले कैप्टन ने कहा था कि कांग्रेस के साथ उनका सबकुछ खत्म हो गया है। उन्हें अपने कार्यकाल के दौरान कांग्रेस के हस्तक्षेप की भी आलोचना की। सिंह ने जोर देकर कहा कि कांग्रेस ने उन पर भरोसा न करके और पार्टी को नवजोत सिंह सिद्धू जैसे अस्थिर व्यक्ति के हाथों में देकर अपने हितों को नुकसान पहुंचाया है. जो केवल खुद के प्रति वफादार हैं।
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अवसरवादी नेता हैं कैप्टन अमरिंदर
वहीं कैप्टन सिंह द्वारा नई पार्टी बनाने के ऐलान के बाद पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह रंधावा ने कहा था, 'कैप्टन अमरिंदर एक अवसरवादी नेता हैं, जो केवल अपने, अपने परिवार और अपने करीबियों के बारे में सोचते हैं।' गौरतलब है कि नई पार्टी की घोषणा करने से पहले, सिंह ने पिछले महीने दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी और कृषि कानूनों के मुद्दे पर लंबी चर्चा कर जल्द इसका समाधान निकालने के लिए कहा था।