निर्दयता से मारे गए जगमेल सिंह के परिवार को 20 लाख और पत्नी को नौकरी देगी पंजाब सरकार
चंडीगढ़।
पंजाब
के
संगरूर
जिला
स्थित
चंगाली
कलां
गांव
के
रहने
वाले
दलित
जगमेल
सिंह
की
हत्या
के
बाद
हो
रहा
दलित
समुदाय
का
प्रदर्शन
खत्म
हो
गया
है।
पंजाब
सरकार
ने
मृतक
के
परिजनों
को
20
लाख
रुपए
के
मुआवजे
और
पत्नी
को
डी-ग्रुप
नौकरी
देने
की
घोषणा
की
है।
साथ
ही
उनके
बच्चों
को
स्नातक
स्तर
तक
की
नि:शुल्क
शिक्षा
मुहैया
कराने
का
भी
ऐलान
किया
है।
37
वर्षीय
दलित
जगमेल
सिंह
की
मौत
तब
हुई
थी,
जब
उससे
कुछ
लोगों
ने
खंभे
से
बांधकर
निर्दयता
से
पिटाई
की
थी
और
मूत्र
पीने
के
लिए
मजबूर
किया
गया
था।
जगमेल
ने
गत
शनिवार
को
पीजीआईएमईआर
में
दम
तोड़
दिया
था।
जगमेल
की
मौत
के
बाद
लेहरा-सूनाम
रोड
को
अवरुद्ध
करते
हुए
प्रदर्शनकारियों
ने
मृतक
के
परिजन
को
सरकारी
नौकरी
और
परिवार
को
50
लाख
रुपये
मुआवजा
दिए
जाने
की
मांग
की
थी।
21
अक्टूबर
को
झगड़ा
हुआ,
फिर
तड़पाकर
मारा
था
संवाददाता
के
अनुसार,
जगमेल
का
21
अक्टूबर
को
रिंकू
नाम
के
व्यक्ति
और
कुछ
अन्य
लोगों
से
विवाद
हुआ
था,
हालांकि
गांववालों
के
हस्तक्षेप
से
यह
मामला
सुलझ
गया
था।
इसके
बाद
7
नवंबर
को
रिंकू
ने
जगमेल
को
अपने
घर
बुलाया
और
वहीं
एक
खंभे
से
बांधकर
चार
लोगों
ने
लोहे
की
छड़
से
पीटा।
जब
उसने
पानी
मांगा,
तो
उसे
मूत्र
पीने
के
लिए
मजबूर
किया
गया।
अस्पताल
में
उसकी
मौत
हो
गई।
उसके
बाद
दलितों
की
ओर
से
विरोध-प्रदर्शन
किया
गया।
सभी
उच्चाधिकारी
परिजनों
से
मिले
थे
सरकार
ने
तीन
मंत्रियों
तृप्त
रजिंदर
सिंह
बाजवा,
चरणजीत
सिंह
और
विजय
इंदर
सिंगला,
तथा
मुख्यमंत्री
के
राजनीतिक
सचिव
कैप्टन
संदीप
संधु
समेत
उच्चाधिकारियों
के
जरिए
जगमेल
सिंह
क
पत्नी
मंजीत
कौर
व
अन्य
परिजनों
की
मांगी
मानीं।
सभी
उच्चाधिकारी
उनसे
मिले
थे।