महेंद्र नाथ पांडेय के खिलाफ चंदौली से अखिलेश ने संजय चौहान पर क्यों लगाया दांव?
Chandauli news, चंदौली। चंदौली व पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से गठबंधन के प्रत्याशियों का इंतजार आखिर खत्म हुआ। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यूपी के दो लोकसभा सीटों पर प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर दिया है, जिसमें वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ कांग्रेस छोड़कर सपा में आने वाली शालिनी यादव(Shalini Yadav) को उम्मीदवार बनाया गया है। वहीं चंदौली से प्रदेश भाजपा अध्यक्ष व वर्तमान सांसद डॉ महेंद्र नाथ पांडेय(Mahendra Nath Pandey) के खिलाफ जनवादी सोशलिस्ट पार्टी के अध्यक्ष संजय चौहान(Sanjay Chauhan) को मैदान में गया है।
आपको बता दें कि पिछले कई दिनों से सोशल मीडिया पर चंदौली से सपा की उम्मीदवार के लिए ओमप्रकाश सिंह का नाम की चर्चा ज़ोर-शोर से चल रहा था। संजय चौहान प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के गृह जनपद गाजीपुर जिले के जंगीपुर विधानसभा क्षेत्र के रहने वाले है। आपको बता दें की सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने करीब डेढ़ साल पहले संजय चौहान को वाराणसी के कटिंग मेमोरियल में एक सम्मेलन के दौरान इन्हें टिकट देने तथा चौहान समाज का सम्मान का वादा भी किया था।
गाजीपुर के संजय चौहान को चंदौली से टिकट देने की एक और वजह ये हो सकती है कि चंदौली ज़िले में पूर्व सांसद रामकिशुन यादव और सकलडीहा विधायक प्रभुनारायन यादव व सैयादराजा के पूर्व विधायक मनोज सिंह डब्लू की बीच टिकट लेने की होड़ मची हुई थी। ये सभी दिग्गज नेता अपने-अपने तरीके से टिकट पाने के लिए अथक प्रयास कर रहे थे पर टिकट संजय चौहान को मिला। हो सकता है की सपा अध्यक्ष को इस बात की आभास हो गया था की अगर इन तीनों नेताओं में से किसी एक को टिकट दे दिया जाये तो शायद यह आपसी मनमुटाव का कारण बन सकता है। वहीं इसके साथ ही गैर यादव बिरादरी को भी सपा-बसपा गठबंधन के साथ एकजुट करने का सपा अध्यक्ष का लक्ष्य था।
चंदौली लोकसभा सीट के बारे में विस्तृत से जानिए
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