पुलवामा: चंदौली के शहीद अवधेश यादव के परिजन मायूस, अब तक नहीं हुए वादे पूरे
चंदौली। 14 फरवरी 2019 को जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले को आज एक साल पूरा हो गया। इस हमले में सीआरपीएफ के कुल 41 जवान शहीद हुए थे, जिनमें पूर्वी उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले के रहने वाले अवधेश यादव भी शामिल थे। शहीद अवधेश यादव का परिवार आज भी शासन-प्रशासन के वादाखिलाफी से काफी दु:खी है। आरोप है कि शहादत के वक्त किए गए वादे एक साल बाद भी पूरे नहीं किये गए हैं। शहीद की पत्नी शिल्पी यादव को नौकरी देने के अलावा अन्य वादों को पूरा होने का इंतजार है।
परिवार अफसरों के वादाखिलाफी से दुखी
चंदौली के पड़ाव इलाके के बहादुरपुर गांव के रहने वाले हरिकेश यादव के चार बेटे बेटियों में सबसे बड़े अवधेश यादव। अवधेश यादव साल 2006 में सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे। शहादत के बाद जब 16 फरवरी को शहीद अवधेश यादव का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव बहादुरपुर पहुंचा, तो हजारों की संख्या में वहां पर लोग मौजूद थे। शहीद अवधेश यादव की अंत्येष्टि राजकीय सम्मान के साथ की गई थी। हालांकि शहीदों के लिए सरकार ने बड़े-बड़े दावे किए थे। लेकिन एक साल बाद भी मंत्री व जनप्रतिनिधि वादे को पूरा करना तो दूर कुशलक्षेम तक पूछने नहीं आए। शहीद की शहादत को भूला देने पर परिवार के साथ ही बहादुरपुर गांव के ग्रामीण भी काफी खिन्न है।
नहीं किया गया कोई वादा पूरा
शहीद अवधेश यादव की शहादत के बाद सत्ता पक्ष के जनप्रतिनिधियों के अलावा मंत्रियों का भी कई बार दौरा हुआ। उस वक्त शहीद की पत्नी शिल्पी यादव और भाई बृजेश यादव को सरकारी नौकरी, शहीद के नाम पड़ाव चौराहे का नाम, शहीद के नाम पर चौराहे से लेकर बहादुरपुर गांव तक पक्की सड़क, मिनी स्टेडियम, राजकीय इंटर कॉलेज व गांव में मुख्यद्वार का निर्माण जैसे वादे किए गए। शासन-प्रशासन की ओर से एकमात्र शहीद की पत्नी शिल्पी यादव को सरकारी नौकरी दी गई। इसके अलावा आज तक एक भी वादा पूरा नहीं किया गया।
पीएम नरेंद्र मोदी से मिलने की जताई इच्छा
शहीद अवधेश यादव के पिता हरिकेश यादव ने कहा कि शासन-प्रशासन की उपेक्षा में मन व आत्मा दु:खी है। नेताओं ने उनके बेटे अवधेश की कुर्बानी को भूला दिया। आज तक कोई वादा पूरा ही नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि जब वादे पूरा करने ही नहीं थे, तो आश्वासन नहीं देना चाहिए थे। शहीद की पत्नी शिल्पी यादव ने कहा कि पुलवामा घटना के अन्य शहीद जवानों के परिवार से किए गए कई वादे पूरे किए गए हैं। सिर्फ यहां ही उपेक्षात्मक रवैया अपनाया जा रहा है। शहीद के छोटे भाई बृजेश यादव ने कहा कि आज तक न तो मिनी स्टेडियम, प्रतिमा, मार्ग, राजकीय कॉलेज का निर्माण नहीं किया गया। शहीद के परिवार ने आगामी 16 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर गुहार लगाई की इच्छा जतायी है।
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