अक्टूबर में 5.28 फीसदी रही थोक महंगाई दर, चार महीने के उच्च स्तर पर पहुंची
नई दिल्ली। थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) आधारित मुद्रास्फीति अक्टूबर महीने में बढ़कर चार महीने के उच्चतम स्तर 5.28 प्रतिशत पर पहुंच गई है। बुधवार को इसके आंकड़े जारी किए गए हैं। अक्टूबर में क्रूड, गैस, ईंधन आदि के महंगा होने से थोक महंगाई बढ़ी। थोक महंगाई के अक्टूबर में 5 फीसदी पर रहने का अनुमान लगाया जा रहा था लेकिन अक्टूबर महीने में थोक महंगाई दर 5.28 फीसद रही है।
बीते महीनों में लगातार थोक महंगाई बढ़ी है। सितंबर महीने में थोक महंगाई दर 5.13 फीसदी रही थी। जून में तो थोक महंगाई दर बढ़कर 5.77 फीसद हो गई थी। बीते साल अक्टूबर में थोक महंगाई दर 5.13 फीसदी और सितंबर में 3.68 प्रतिशत रही थी। बीते साल जुलाई में थोक महंगाई दर 1.9 फीसदी रही थी।
सितंबर के मुकाबले अक्टूबर में खुदरा महंगाई दर गिरी
मासिक आधार पर मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर से जुड़ी महंगाई दर 4.49 फीसदी रही जो पिछले महीने 0.6 फीसदी रही थी। अक्टूबर में खाद्य महंगाई दर 0.64 फीसद रही जो कि पिछले महीने 0.14 प्रतिशत रही थी। पेट्रोल से जुड़ी महंगाई दर 18.4 फीसदी रही जबकि पिछले महीने यह 16.6 फीसदी रही थी।
थोक महंगाई दर बढ़ी है लेकिन खुदरा मंहगाई दर अक्टूबर गिरी है। अक्टूबर में में खुदरा महंगाई दर (सीपीआई) 3.31 फीसद पर रही। सितंबर महीने में खुदरा महंगाई दर (सीपीआई) 3.77 फीसद रही थी। सितंबर के मुकाबले अक्टूबर महीने में खुदरा महंगाई दर (CPI) में गिरावट आई है। सितंबर में खुदरा महंगाई दर (CPI) 3.77 फीसदी रहा था जो कि अक्टूबर महीने में 3.31 फीसदी पर रहा। खुदरा महंगाई दर में इस गिरावट के साथ ये 10 महीने के निचले स्तर पर पहुंच गई। केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (CSO) ने सोमवार को उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित खुदरा महंगाई के आंकड़े जारी किए हैं।
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