
खतरे में ग्लोबल इकोनॉमी, वर्ल्ड बैंक ने घटाया भारत का GDP अनुमान
नई दिल्ली। बढ़ती महंगाई, सप्लाई चेन में बाधा और राजनीतिक तनावों के चलते होने वाली कटौती के कारण वर्ल्ड बैंक ने भारत के डीजीपी ग्रोथ के अनुमान को घटा दिया है। वर्ल्ड बैंक ने वर्तमान वित्त वर्ष के लिए भारत की जीडीपी ग्रोथ का अनुमान घटाकर 7.5 फीसदी कर दिया है। वर्ल्ड बैंक द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक भारत के विकास दर को घटाकर 7.5 फीसदी कर दिया। वर्ल्ड बैंक ने इससे पहले जीडीपी विकास दर 8.7 फीसदी तय किया था, जिसे अब 1.2 फीसदी कर 7.5 फीसदी कर दिया।

वर्ल्ड बैंक के मुताबिक मौजूदा वित्त वर्ष में भारत का जीडीपी अनुमान 7.5 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है। जबकि वित्त वर्ष 2024 में भारत की ग्रोथ दर 7.1 फीसदी रहने का अनुमान लगाया गया। वहीं वित्तीय वर्ष 2025 के लिए भारत की GDP ग्रोथ का अनुमान 6.5 फीसदी रहने का अनुमान लगाया गया है। वर्ल्ड बैंक के अलावा भारतीय रिजर्व बैंक ने वित्तीय वर्ष 2023 के लिए GDP की विकास दर 7.2 फीसदी रहने का अनुमान लगाया।
भारत के विकास दर में कटौती करने के अलावा वर्ल्ड बैंक ने विश्व अर्थव्यवस्था को लेकर चिंता जताई है। उसने कहा कि इस समय पूरी दुनिया की इकॉनमी खतरे में है। विश्व बैंक ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था को बड़ा नुकासन हुआ है। वहीं रूस और यूक्रेन के कारण ग्लोबल इकॉनमी की रफ्तार थमी है।