Jio ने खत्म की Free कॉलिंग, जानिए क्या है IUC जिसकी वजह से यूज़र्स को देना होगा इतना चार्ज
नई दिल्ली। रिलायंस जियो ने बड़ा फैसला लेते हुए फ्री कॉलिंग सर्विस खत्म कर दी है। जियो ने ग्राहकों को बड़ा झटका देते हुए दूसरे नेटवर्क पर कॉलिंग चार्ज लगा दी है। जियो ने अपने ग्राहकों को जा नकारी देते हुए कहा है कि जियो से दूसरे नेटवर्क पर कॉल करने पर 6 पैसे प्रति मिनट के हिसाब से चार्ज लगेगा। ऐसे में ये जानना भी जरूरी है कि आखिर इस बड़े फैसले की वजह क्या है। आखिर क्यों जियो ने फ्री कॉलिंग की सुविधा खत्म की?
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जियो ग्राहकों को जोरदार झटका
रिलायंस जियो ने बड़ा फैसला लेते हुए फ्री कॉलिंग की सुविधा को खत्म कर दी। जियो की इस घोषणा के बाद जियो यूजर्स अगर आईडिया-वोडाफोन, एयरटेल, बीएसएनएल या किसी अन्य नेटवर्क पर फोन करते हैं तो उन्हें 6 पैसा प्रति मिनट के हिसाब से चार्ज देना होगा। कंपनी का कहना है कि चूंकि ट्राई आईयूसी (IUC) के तहत 6 पैसे प्रति मिनट चार्ज करती है इसलिए कंपनी अब यह चार्ज ग्राहकों से लेगी। आइए आपको बताते हैं कि ये आईयूसी क्या है?
क्या है IUC, जिसकी वजह से जियो ने खत्म की फ्री कॉलिंग
आईयूसी यानी इंटरकनेक्ट यूज़ेज चार्ज (Interconnect Usage Charge) टेलिकॉम सेक्टर के तहत लगने वाला एक तरह का चार्ज होता है जो कि किसी एक नेटवर्क ऑपरेटर द्वारा दूसरे नेटवर्क ऑपरेटर पर कॉल किए जाने के बदले लिया जाता है। TRAI आईयूसी के तहत 6 पैसे प्रति मिनट चार्ज करती है। जियो अब इसी चार्ज को ग्राहकों से वसूलेगी। अगर इनकमिंग और आउटगोइंग कॉल में एक सिमिट्री होती है तो आईयूसी बैलेंस्ड होता है और कोई परेशानी नहीं आती। इसलिए कोई दिक्कत नहीं आती है.
चुकानी पड़ती है बड़ी रकम
चूंकि जियो के 100 फीसदी कस्टमर्स 4जी यूज़र्स है जो कि पहले दिन से ही फ्री वॉयस कॉल की सुविधा पा रहे हैं, लेकिन दूसरे नेटवर्क ऑपरेटर्स के अभी भी करीब 35 करोड़ 2जी यूज़र्स हैं जिनको आउटगोइंग वॉयस कॉल के लिए भारी चार्ज देने पड़ते हैं। ऐसे में ये यूजर्स कॉलिंग के बजाय मिस्ड कॉल करते हैं, जिसकी वजह से कंपनी को आईयूसी चार्जेज के रूप में काफी बड़ी रकम चुकानी पड़ती है। रिपोर्ट के मुताबिक जियो नेटवर्क पर रोज़ाना 25 से 30 करोड़ ऐसे मिस्ड कॉल्स आते हैं और कंपनी को इसकी वजह से 3 सालों में 13000 करोड़ रुपए का भुगतान दूसरे नेटवर्क ऑपरेटर को करना पड़ा है।
TRAI के फैसले के बाद लिया फैसला
ट्राई ने 2011 में आईयूसी चार्जेज को खत्म करने की बात कही, जिसे 2017 में भी ट्राई की ओर से दोहराया गया और कहा गया कि 1 जनवरी 2020 से आईयूसी को घटाकर शून्य कर दिया जाएगा, लेकिन करीब 3 महीने पहले ट्राई ने अपने इस फैसले पर फिर से विचार करने का निर्णय लिया, जिसके बाद जियो को ये फैसला लेना पड़ा और अपनी फ्री सर्विस को खत्म करनी पड़ी। जियो के फैसले के बाद 10 अक्टूबर से बाद से रिचार्ज कराने वाले यूज़र को दूसरे नेटवर्क पर कॉल करने के लिए एक टॉपअप रिचार्ज वाउचर भी लेना होगा।