मार्च में कम हुई थोक महंगाई दर, WPI इंडेक्स घटकर 2.47 फीसदी पर
नई दिल्ली। महंगाई के मोर्च पर राहत भरी खबर आई है। खुदरा महंगाई के बाद अब मार्च महीने में थोक मूल्य आधारित महंगाई दर (WPI) में भी फरवरी के मुकाबले थोड़ी गिरावट आई है। मार्च में थोक महंगाई दर 2.47 फीसदी रही है, जबकि फरवरी 2018 में यह दर 2.48 फीसदी थी। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने सोमवार को इससे संबंधित आंकड़े पेश किए। जानकारी के मुताबिक सब्जियों समेत अन्य खाद्य और पेय पदार्थों की कीमतों में कमी की वजह से महंगाई दर में गिरावट आई है।
9 महीनों के निचले स्तर पर रही
मार्च में थोक महंगाई दर में गिरावट दर्ज की गई है। ये पिछले 9 महीनों के निचले स्तर पर रही है। आंकड़ों के मुताबिक मार्च महीने के दौरान खाद्य महंगाई दर 0.07 फीसद से घटकर -0.07 फीसदी पर आ गई। वहीं सब्जियों से जुड़ी महंगाई दर 15.26 फीसदी से घटकर -2.7 फीसदी पर आ गई है।
सब्जियों के दाम गिरने का असर
मार्च महीने में थोक महंगाई दर में गिरावट का असर शहर और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में नजर आया। दोनों ही जगहों पर महंगाई के मोर्चे पर राहत देखने को मिली है। जहां एक ओर ग्रामीण क्षेत्र की महंगाई दर 4.45 फीसदी से घटकर 4.4 फीसदी पर आ गई है, वहीं शहरी क्षेत्र की महंगाई दर 4.52 फीसदी से घटकर 4.12 फीसदी पर आ गई है। बता दें कि जनवरी में थोक महंगाई दर 2.84 फीसदी थी।
मार्च में थोक महंगाई दर 2.47 फीसदी
मार्च में खुदरा मुद्रास्फीति की दर घटकर 4.28 फीसदी रह गई। बता दें कि लगातार तीसरे महीने गिरावट आई है। ऐसा मुख्य रूप से खाद्य पदार्थों की कीमतों में गिरावट के चलते हुआ है जिसमें सब्जी भी शामिल है। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) पर आधारित मुद्रास्फीति, फरवरी में 4.44 प्रतिशत थी।
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