जानिए VPF को लेकर आपके मन में उठ रहे हर सवाल का जवाब
जानिए VPF को लेकर आपके मन में उठ रहे हर सवाल का जवाब
नई दिल्ली। बजट में पीएफ के नियमों में बदलाव किए जाने के बाद वीपीएफ( VPF) में निवेश के प्रति लोग आकर्षित हो रहे हैं। आम बजट में प्रोविडेंट फंड यानी पीएफ में सालाना 2.5 लाख रुपए से ज्यादा के कॉन्ट्रिब्यूशन पर मिलने वाले ब्याज पर टैक्स लगाने के प्रस्ताव के बाद इस टैक्स-फ्री विकल्प की चमक घटी है। वहीं वॉलेंटरी प्रोविडेंट फंड यानी वीपीएफ एक अच्छे विकल्प के तौर पर उभर रहा है। अगर आप भी वीपीएफ में निवेश करना चाहते हैं तो निवेश से पहले उसके बारे में विस्तार से जान लेना बेहतर होगा।
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वीपीएफ में निवेश से पहले जानें जरूरी बातें
वॉलेंटियरी प्रोविडेंट फंड में एंप्लॉयी प्रोविडेंट फंड का एक्सटेंशन है। जैसे ईपीएफ में अंशधारक बेसिक सैलरी और महंगाई भत्ता का 12 फीसदी योगदान करता है, वहीं इससे ज्यादा निवेश के लिए वीपीएफ अच्छा विकल्प है। कोई भी सैलरीड क्लास इसमें निवेश कर सकता है। इसमें आप रिटायरमेंट तक निवेश कर सकते हैं। वीपीएफ मं निवेश वो लोग कर सकते हैं जिनका पहले से ईपीएफ खाता है। अगर आप अपने मासिक वेतन के अनिवार्य 12 प्रतिशत से अधिक निवेश करना चाहते हैं तो वीपीएफ अच्छा विकल्प है।
क्या है निवेश की मिनिमम सीमा
वीपीएफ में निवेश की कोई मिनिमम सीमा नहीं है। वहीं एक कर्मचारी अपनी पीएफ सीलिंग का 88 फीसदी वीपीएफ में निवेश कर सकते हैं, यह पीएफ कंट्रीब्यूशन से अधिक है। अगर VPF पर टैक्स और रिटर्न की बात करें तो वित्तीय वर्ष 2020-21 को लिए 8.5 फीसदी है।
टैक्स पर लाभ
वीपीएफ में निवेश करने पर आपको इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80सी के तहत डिडक्शन का लाभ भी मिलता है। आपको बता दें कि इनकम टैक्स के डिडक्शन में सेक्शन 80सी की सीमा 1.5 लाख रुपए है। यहां ध्यान देने वाली बात है कि वीपीएफ में अगर आप रिटायरमेंट के बाद 3 साल तक पैसे नहीं निकालते हैं तो आपका अकाउंट निष्क्रिय हो जाएगा।
कैसे निकाल सकते हैं वीपीएफ का पैसा
आप पीएफ की तरह ही वपीएफ का पैसा भी निकाल सकते हैं। फॉर्म -19 और फॉर्म 10सी की मदद से आप वीपीएफ का पैसा निकाल सकते हैं। नए वित्तीय वर्ष के बीच में आप वीपीएफ योगदान में बदलाव नहीं कर सकते हैं। वीपीएफ विड्रॉल को लेकर बता दें कि कर्मचारियों के पास ऐसा विकल्प नहीं है कि वो सिर्फ वीपीएफ का पैसा निकाले और पीएफ के निवेश को न छूए। वीपीएफ सुविधाजनक और सुरक्षित निवेश है। वीपीएफ निवेश सीधा आपकी सैलरी से कट जाता है। वहीं इस निवेश पर सरकार की गारंटी होती है।