चली गई नौकरी तो 'विश्वकर्मा अकाउंट' आएगा काम, प्राइवेट नौकरी वालों के लिए मोदी सरकार का बड़ा तोहफा
नई दिल्ली। प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले लोगों पर हमेशा नौकरी जाने का खतरा बना रहता है। नौकरी जाने के बाद घर का खर्च कैसे चलेगा, बैंक की ईएमआई कैसे जाएगी, बच्चों की फीस कैसे भरेंगे जैसे सवाल सामने आकर खड़े हो जाते हैं, लेकिन मोदी सरकार बहुत ही जल्द ऐसी स्कीम लाने जा रही है, जिसके बाद निजी सेक्टर में काम करने वाले लोगों की ये चिंता खत्म हो जाएगी। सरकार देशभर में 50 करोड़ लोगों का विश्वकर्मा खाता खुलवाएगी। इसी खाते की मदद से नौकरी जाने पर कर्मचारियों के परिवार का खर्च चलेगा। मोदी सरकार की ये स्कीम सोशल सिक्योरिटी स्कीम है, जिसके तहत पीएफ पेंशन और ग्रुप मेडिकल इन्श्योरेंस के अलावा कर्मचारियों को अनइम्पलॉयमेंट बेनेफिट मुहैया कराएगा। केंद्रीय श्रम मंत्री संतोष गंगवार ने लोकसभा में इसके बारे में जानकारी दी और बताया कि विश्वकर्मा अकाउंट के जरिए सरकार असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले लाखों लोगों को सुरक्षा मुहैया कराएगी। आइए जानें इस स्कीम के बारे में....
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क्यों जरूरी है असंगठित क्षेत्र के कर्मचारियों की सुरक्षा
एनएसएसओ द्वारा कराए गए एक सर्वे के मुताबिक साल 2011-12 के दौरान देश में संगठित और असंगठित क्षेत्र दोनों में कुल रोजगार 47 करोड़ का था, जिसमें से लगभग 8 करोड़ लोग संगठित क्षेत्र में और 39 करोड़ असंगठित क्षेत्र में कार्यरत थे। असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले लोगों को सामाजिक सुरक्षा की दृष्टि से किसी भी प्रकार की सुरक्षा उपलब्ध नहीं है। ऐसे में इस क्षेत्र में काम करने वाले लोगों के लिए एक सुरक्षित स्कीम की जरूरत हमेशा से महसूस की गई।
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क्या है विश्वकर्मा अकाउंट
विश्वकर्मा अकाउंट एक ऐसा अकाउंट होगा, जिसके तहत अगर किसी की नौकरी चली जाती है तो परिवार का खर्च चलाने के लिए विश्वकर्मा खाता से मदद ली जा सकेगी। यह एक सोशल सिक्योरिटी खाता होगा, जिसमें कर्मचारी को पीएफ पेंशन और ग्रुप मेडिकल इन्श्योरेंस के अलावा इसमें बेरोजगारी फायदे मिलेंगे।
कौन खुलवा सकता है विश्वकर्मा अकाउंट ?
विश्वकर्मा अकाउंट स्कीम के तहत ये कंपनी की जिम्मेदारी होगी कि वो अपने कर्मचारी का विश्वकर्मा अकाउंट खुलवाए। मोदी सरकार देश में 50 करोड़ विश्वकर्मा अकाउंट खोलने जा रही है। इस स्कीम में यह सुविधा भी होगी कि यदि कंपनी या संस्थान कर्मचारी का खाता निश्चित समय में नहीं खुलवाते है तो कर्मचारी खुद से अपना अकाउंट खुलवा सकेगा। इसके अलावा अगर कोई बिजनेस करता है तो वो भी अपना खाता खुद खुलवा सकता है। इतना ही नहीं ये खाता हस्तांतरणीय होगा, यानी अगर आपका ट्रांसफर होता है तो आपका आपका विश्वकर्मा अकाउंट भी ट्रांसफर हो जाएगा। सरकार इस योजना के तहत 50 करोड़ कर्मचारियों को फायदा पहुंचाना चाहती है।
अगर आप इस योजना के तहत अपना खाता खोलना चाहते हैं तो पहली जिम्मेदारी उस कंपनी और संस्थान ही होगी, जहां आप काम करते हैं। अगर कंपनी या संस्थान आपका खाता नहीं खुलवाता है तो आप खुद अपना खाता खुलवा सकते हैं। वहीं बिजनेस करने वाले लोग भी अपना खाता खुलवा सकेगा।
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के
बाद
रेगुलर
इनकम
की
सता
रही
हैं
चिंता
तो
पढ़ें
सरकार
की
इस
योजना
के
बारे
में
क्या होगा फायदा
ये खाता निजी सेक्टर में काम करने वाले लोगों को सुरक्षा देगा। अगर किसी की नौकरी चली जाती है तो विश्वकर्मा खाता सुनिश्चित करेगा कि उस कर्मचारी को अनइम्पलॉयमेंट बेनेफिट मिले। वो उस कर्मचारी को एक निश्चित तय समय तक पूर्व निर्धारित राशि देगा। जिससे वो अपने परिवार को जरूरी खर्च चला सकेगा। आपको बता दें कि ये यह राशि कितनी होगी यह उस व्यक्ति की सैलरी पर निर्भर करेगा। हालांकि इस विश्वकर्मा अकाउंट की मदद से लोगों को इतना वक्त तो मिल जाएगा कि वो आराम से दूसरी नौकरी खोज सके।
इस विश्वकर्मा अकाउंट के और भी लाभ हैं। जैसे अगर कोई व्यक्ति बीमारी की वजह से लंबे समय तक काम करने में असमर्थ है तो इस खाते से इनवैलिडिटी बेनेफिट के तहत उसे एक तय राशि का भुगतान किया जाता है। इस राशि की मदद से वो अपने परिवार के जरूरी खर्च चला सकेगा।
कर्मचारियों की होगी अलग अलग कैटेगरी
इस स्कीम के तहत सरकार कर्मचारियों की अलग-अलग कैटेगरी बांटेगी। इसमें कमजोर सामाजिक आर्थिक आधार वाले वर्कर्स होंगे उनको अपने विश्वकर्मा अकाउंट में कोई कंट्रीब्यूशन नहीं करना होगा। जी हां आर्थिक रूप से कम जोर वर्ग के लोगों के लिए सरकार वहन करेगी। सरकार उनके पीएफ, पेशन सहित दूसरे सोशल सिक्योरिटी बेनेफिट के लिए पूरा कंट्रीब्यूशन देगी।
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वहीं जो कर्मचारी विश्वकर्मा अकाउंट में कंट्रीब्यूट कर सकने में सक्षम हैं उन्हें खुद इसमें कंट्रीब्यूशन करना होगा। यह उनकी सैलरी या वेज सेलिंग का 12.5 फीसदी से लेकर 20 फीसदी तक हो सकता है।
पीएफ पेंशन समेत मिलेगा ये लाभ
इस स्कीम के तहत प्राइवेट सेक्टर के कर्मचारियों को 10 फायदे मुहैया कराए जाएंगे।जैसे..
प्रोविडेंट
फंड
पेंशन
मैटरनिटी
बेनेफिट
सिकनेस
बेनेफिट
मेडिकल
लाभ
इन्श्योरेंस
कवर
का
लाभ
अनइम्पलॉयमेंट
बेनेफिट
डिपेंडेंट
बेनेफिट
इनवैलेडिटी
बेनेफिट
इंटरनेशनल
वर्कर्स
पेंशन
बेनेफिट