क्या है Green Job? भारत में एक साल के भीतर इस सेक्टर में मिली 9 लाख नौकरियां
नई दिल्ली। इंटरनेशनल लेबर ऑर्गेनाइजेशन और इंटरनेशनल रिन्युएबल एनर्जी एजेंसी द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक भारत में ग्रीन जॉब की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। अगर डेटा पर नजर डालें को एक साल में भारत में 8.63 लाख लोगों को ग्रीन जॉब मिले हैं। इस संख्या के साथ ही भारत दुनिया के ताकतवर और विकसित देशों की कतार में खड़ा हो गया है, जहां ग्रीन जॉब सबसे ज्यादा जेनरेट होते हैं। अगर इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन की रिपोर्ट की बात करें तो भारत में सिर्फ एक साल में 8.63 लाख लोगों को ग्रीन जॉब दी गई है। वहीं 2030 तक इसकी संख्या 35 लाख तक करने का लक्ष्य है। जो भारत को चीन, अमेरिका, यूरोप, ब्राजील जैसे देशों के साथ खड़ा कर देता है। भारत में इस सेक्टर में नौकरियों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है।
क्या होते हैं ग्रीन जॉब
ग्रीन जॉब यानी जब नौकरिय़ां ऐसे सेक्टर में जेरनेट हो, जो कि पर्यावरण के संरक्षण की दिशा में काम करते हैं तो वो नौकरी ग्रीन जॉब की कैटेगरी में आती है। उदाहरण के तौर पर सोलर एनर्जी, रिन्युएबल एनर्जी, हाइड्रोपावर एनर्जी जैसे सेक्टर में मिलने वाली नौकरियां ग्रीन जॉब कहलाती है। सरल शब्दों में समझे तो जिस सेक्टर में काम के लिए ग्रीन एनर्जी या प्रकृतिक ऊर्जा का इस्तेमाल हो, वहां मिलने वाली नौकरियों ग्रीन जॉब कहलाती हैं।
कहां जेनरेट हो रहे हैं सबसे ज्यादा जॉब
इंटरनेशनल लेबर ऑर्गेनाइजेशन और इंटरनेशनल रिन्युएबल एनर्जी एजेंसी द्वारा जारी रिपोर्ट के मुताबिक साल 2020-21 में दुनियाभर में करीब 1.27 करोड़ नौकरियां ग्रीन सेक्टर में जेनरेट हुई। सिर्फ चीन में 54 लाख नौकरियां जेनरेट हुई, जबकि एशियाई देशों ने इस दौरान कुल 63.6 फीसदी ग्रीन जॉब पैदा की गई। सबसे ज्यादा नौकरियां सोलर सेक्टर, विंड एनर्जी, हाइड्रोपावर के अलावा बायो एनर्जी सेक्टर में सबसे ज्यादा नौकरियां निकली है।