कमजोर मॉनसून ने पकड़ी रफ्तार,अगले 24 घंटों में इन इलाकों में भारी बारिश
नई दिल्ली। पिछले कुछ दिनों से मॉनसून की रफ्तार थीमी पड़ गई थी। बारिश को लेकर लोगों की उम्मीदें कमजोर होने लग गई थी, लेकिन एक बार फिर से अच्छी खबर आई है। मॉनसून ने एक बार फिर से रफ्तार पकड़ ली है। मौसम विभाग के मुताबिक अग ले 24 घंटों में देश के कुछ इलाकों में भारी बारिश होगी। वहीं जून के अंत तक ज्यादातर हिस्सों में अच्छी बारिश होने की संभावना दिखाई दे रही है। निजी मौसम एजेंसी स्काईमेट ने ये अनुमान जारी किया है, जिसके मुताबिक देश के मध्य और उत्तरी राज्यों को मॉनसून की बारिश के लिए थोड़ा और इंतजार करना होगा। केरल और तमिलनाडु तट पर मॉनसून ने 8 जून को दस्तक दी थी, जबकि चक्रवात 'वायु' के चलते मॉनसून की रफ्तार पर असर पड़ा।
अगले 24 घंटे में भारी बारिश
भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक कमजोर ने फिर से रफ्तार पकड़ ली है। मॉनसून ने फिर ने अगले 24 घंटे में मानसून के गोवा में दस्तक देने का अनुमान जताया है। वहीं 4-5 दिन बाद मॉनसून छत्तीसगढ़, ओडिशा, बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश में पहुंचने की उम्मीद है। वहीं सूखे से जूझ रहे महाराष्ट्र में अगले 2-3 दिन में भारी बारिश शुरू हो जाएगी। मौजूदा परिस्थितियां मानसून को आगे बढ़ाने में मदद कर रही हैं. अगले 72 घंटे में मानसून और रफ्तार पकड़ेगा, जिसके बाद बिहार, झारखंड और ओडिशा में तेज बारिश का अनुमान है।
दिल्ली वालों को करना होगा और इंतजार
मॉनसून में इस बार देरी हुई, जिसके बाद दिल्ली में भी इस बार मॉनसून के देर से पहुंचने का अनुमान है। आम तौर पर जून के आखिरी हफ्ते में दिल्ली में बारिश शुरू हो जाती है, लेकिन इस बार इसके 7 जुलाई तक पहुंचने की उम्मीद है। मौसम विभाग के मुताबिक अगले 5-6 दिन दिल्ली में बारिश की कोई संभावना नहीं है। वहीं राजधानी और आसपास के इलाकों में पारा एक बार फिर से 40 डिग्री सेल्सियस या अधिकतम 41 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है।
इस साल कैसा रहेगा मॉनसून
मौसम विभाग के मुताबिक इस साल औसत बारिश होगी। वहीं निजी मौसम एजेंसी स्काईमेट के मुताबिक इस साल औसत से कम बारिश का अनुमान है। मौसम विभाग के मुताबिक सितंबर के चार महीने के दौरान पिछले 50 साल के औसत 89 सेंटीमीटर (35 इंच) बारिश का 96 और 104 फीसदी के बीच बरसात होना होता है। वहीं 90 फीसदी से कम बारिश को कम बरसात की श्रेणी में रखा गया है।
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