रिलांयस को टक्कर देने के लिए टाटा मिलाएगा वॉलमार्ट से हाथ, सुपर ऐप में 25 अरब डॉलर का निवेश
नई दिल्ली। देश के रिटेल कारोबार में जियोमार्ट, एमेजॉन और फ्लिपकार्ट जैसे दिग्गजों को टक्कर देने के लिए टाटा ग्रुप दिग्गज बहुराष्ट्रीय कंपनी वॉलमार्ट के साथ बड़ी डील करने वाला है। वॉलमार्ट नमक से लेकर सॉफ्टवेयर तक कारोबार करने वाला टाटा ग्रुप के साथ 'सुपर ऐप' लाने की तैयारी कर रहा है। इस ऐप के जरिए टाटा ग्रुप रिटेल सेक्टर में मजबूत उपस्थिति दर्ज कराना चाहता है। मिंट की रिपोर्ट्स के मुताबिक, वॉलमार्ट टाटा ग्रुप के डिजिटल प्लेटफॉर्म में 25 अरब डॉलर (करीब 1.85 लाख करोड़ रुपये) के भारी निवेश के लिए बातचीत कर रही है।
सुपर ऐप टाटा और वॉलमार्ट दोनों के बीच का जॉइंट वेंचर होगा
वॉलमार्ट ने मई 2018 में ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट की 66 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी थी। यह सौदा 16 बिलियन डॉलर में हुआ था। यदि टाटा ग्रुप और वॉलमार्ट इंक के बीच साझेदारी होती है तो यह रिटेल सेक्टर में देश की सबसे बड़ा सौदा होगा। वहीं सुपर ऐप टाटा और वॉलमार्ट दोनों के बीच का जॉइंट वेंचर होगा। सुपर एप भारत में दिसंबर या जनवरी में लॉन्च हो सकता है। खबरों के मुताबिक, वॉलमार्ट सुपर ऐप में 20 से 25 बिलियन डॉलर करीब 1.4 से 1.8 लाख करोड़ रुपए का निवेश कर सकती है।
सुपर ऐप की वैल्यूएशन 50 से 60 बिलियन डॉलर हो सकती है
सूत्र के मुताबिक, वॉलमार्ट ने इस ट्रांजेक्शन के लिए गोल्डमैन सैशे को इन्वेस्टमेंट बैंकर के रूप में नियुक्त किया है। सुपर ऐप की वैल्यूएशन 50 से 60 बिलियन डॉलर हो सकती है। पर ऐप की हिस्सेदारी बेचने के लिए टाटा ग्रुप अन्य संभावित निवेशकों से भी बातचीत कर रहा है। इसमें कई ग्लोबल टेक कंपनियां भी शामिल हैं। टाटा का यह डिजिटल प्लेटफॉर्म उसके बेवरेज से लेकर ज्वैलरी और रिजॉर्ट्स तक सभी उत्पादों को एक जगह मुहैया कराएगा।
रिलायंस को टक्कर देने की तैयारी में टाटा
यही नहीं इस सुपर ऐप में खाने का ऑर्डर, हेल्थकेयर सुविधाएं, वित्तीय सेवाएं, फैशन, लाइफस्टाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स, बिल पेमेंट जैसी सेवाएं और उत्पाद भी हासिल होंगे। टाटा ग्रुप पहले से ही तनिष्क ज्वैलरी स्टोर, टाइटन वॉचेज, स्टार बाजार, ताज होटल्स, स्टारबक्स के साथ जॉइंट वेंचर, वेस्टसाइड, टाटा क्लिक, टाटा स्काई, क्रोमा और स्टारक्विक के माध्यम से ऑनलाइन बाजार में मौजूद है। टाटा के ये सभी ब्रांड अब एक ही ऐप पर मिलने वाले हैं। बता दें कि, कुछ महीने पहले ही मुकेश अंबानी ने जियो प्लेटफार्म के शेयर फेसबुक, गूगल, सिल्वरलेक, केकेआर जैसी बड़ी कंपनियों को बेचकर 20 बिलियन डॉलर जुटाए हैं। पिछले महीने किशोर बियानी के फ्यूचर रिटेल का अधिग्रहण कर मुकेश अंबानी की रिलायंस रिटेल देश की सबसे बड़ी रिटेल कंपनी बन गई है।