अच्छे ऑफर और छूट के बावजूद नहीं बढ़ी वाहनों की बिक्री, दिसंबर में 15% कम हुए रजिस्ट्रेशन
नई दिल्ली। भारत में ऑटोमोबाइल सेक्टर में उतार-चढ़ाव का दौर जारी है। बाजार में छूट और ऑफर के बावजूद ऑटोमोटिव की खुदरा बिक्री में लगातार दो महीनों की वृद्धि के बाद दिसंबर में तेजी से गिरावट दर्ज की गई है। आरटीओ में पंजीकरण की संख्या में एक साल पहले की तुलना में दिसंबर में 15 फीसदी की कमी आई। बता दें कि दिसंबर 2018 से ही बिक्री मंदी का असर ऑटोमोबाइल सेक्टर में दिखाई देनी शुरू हो गई थी जिसका असर पिछले महीने भी देखने को मिला है।
गौरतलब है कि पिछले कुछ महीनों से ऑटोमोबाइल सेक्टर में मंदी का दौर चर रहा है। ग्राहकों को लुभाने के लिए वाहन कंपनियां अच्छे ऑफर और छूट भी दे रही हैं लेकिन इसके बावजूद वाहन बिक्री पर कुछ खास असर नहीं पड़ा है। दिसंबर महीने में तिपहिया वाहनों को छोड़कर सभी श्रेणियों के वाहनों के लिए पंजीकरण में गिरावट आई, हालांकि तिपहिया वाहनों की वजह से बिक्री में मामूली सुधार हुआ है।
वाहन खुदरा विक्रेताओं का कहना है कि बिक्री में गिरावट अप्रत्याशित थी, दिसंबर में ग्राहक शो रूम आए और पूछताछ की लेकिन वाहनों की बिक्री उस स्तर पर नहीं हुई। इस महीने में ग्राहकों को डिस्काउंट और ऑफर भी बड़ी सख्या में दिए गए थे। नए साल के मॉडल के लुढ़कने से पहले वाहन निर्माता कंपनियों ने दिसंबर के अंत तक मौजूदा स्टॉक को अलग करना शुरू कर दिया था। FADA के अध्यक्ष आशीष काले ने कहा कि उपभोक्ता भावनाएं बहुत कमजोर है क्योंकि काफी पूछताछ करने के बाद भी ग्राहक वाहन खरीदने के निष्कर्ष तक नहीं पुहंच सके जबकि इस दौरान सबसे अच्छे ऑफर उपलब्ध कराए गए।
यह भी पढ़ें: JNU: विश्वविद्यालय प्रशासन को नहीं मालूम कि 82 विदेशी छात्र किस देश से आए हैं, आरटीआई से हुआ खुलासा