BUDGET 2021: कोरोना काल के बाद भी मध्यम वर्ग, सैलरी क्लास ठन-ठन गोपाल
BUDGET 2021: कोरोना काल के बाद भी मध्यम वर्ग, सैलरी क्लास ठन-ठन गोपाल
नई दिल्ली। Union Budget 2021. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण( Finance Minister Nirmla Sitharaman) ने मोदी सरकार का वित्तीय बजट 2021-22 पेश किया। इस बजट में इनकम टैक्स( Income Tax) को लेकर कुछ खास घोषणाएं नहीं की गई। वित्त मंत्री ने इस बजट में नौकरीपेशा वालों को मायूसी हाथ लगी है। इस बार इनकम टैक्स स्लैब में कोई बदलाव नहीं, जिसकी उम्मीद एक मध्यम वर्ग कर रहा था। मोदी सरकार के इस बजट से मिडिल क्लास में थोड़ा मायूसी है। उन्हें उम्मीद थी कि सरकार इनकम टैक्स में उन्हें राहत देगी, लेकिन उनकी उम्मीदों पर पानी फिर गया।
बजट में टैक्सपेयर्स को क्या मिला
मोदी सरकार ने अपने बजट( Budget 2021) में टैक्सपेयर्स को कोई खास राहत नहीं दी। इस बजट में आम जनता को टैक्स में कोई राहत नहीं दी गई है। सरकार ने मौजूदा टैक्स स्लैब( Income Tax Slab) में कोई बदलाव नहीं किया गया है। हालांकि 75 की उम्र पार कर चुके वरिष्ठ नागरिकों को थोड़ी राहत दी, जिसमें उन्हें अब आईटीआर भरने की जरूरत नहीं होगी।
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डायरेक्ट टैक्स में कोई बदलाव नहीं
आपको बता दें कि ये बजट ( Union Budget 2021) पिछले एक दशक में पहला ऐसा बजट है, जिसमें डायरेक्ट टैक्स( Direct Tax) में कोई बदलाव नहीं किया गया है। सरकार ने इनकम टैक्स स्लैब को जस का तस रखा है। पिछले वित्तीय वर्ष में एक नए टैक्स सिस्टम का ऐलान किया गया था, जो इस बार भी उसी तरह से जारी रहेगी। मोदी सरकार के इस बजट (Budget 2021) सैलेरीड क्लास (Salaried Class) को उम्मीदों के मुताबिक कोई खास राहत नहीं मिली और न ही कोई अतिरिक्त टैक्स छूट का तोहफा मिला। सरकार ने इनकम टैक्स रीबेट (Income Tax Rebate) की भी घोषणा नहीं की।
उम्मीदों पर फिरा पानी
कोरोना संकट के काल के बाद से लोगों पर नौकरी संकट, आमदनी में कमी जैसे संकटों स गुजरना पड़ा। ऐसे में मिडिल क्लास को उम्मीद थी कि सरकार टैक्स स्लैब में बदलाव कर उन्हें राहत देगी। उन्हें उम्मीद थी कि सरकार इनकम टैक्स में कटौती कर उन्हें बड़ी राहत देगी। टैक्स छूट में बदलाव की उम्मीद थी, लेकिन फिलहाल उनकी उम्मीदों पर पानी फिर गया है। कम सैलरी और अधिक सैलरी के बोझ तले दबे मिडिल क्लास को टैक्स में राहत की उम्मीद थी, लेकिन सरकार से उसे राहत नहीं मिली। मौजूदा वक्त में सैलरीड क्लास को निम्न दरों के मुताबिक इनकम टैक्स भरना पड़ता है।
मौजूदा इनकम टैक्स की दरें
5
लाख
तक
की
आय
पर
कोई
टैक्स
नहीं
5
से
7.5
लाख
की
आय
के
लिए
10%
टैक्स
7.5
से
10
लाख
तक
के
आय
के
लिए
15%
टैक्स
10
से
12.5
लाख
तक
के
आय
पर
20%
टैक्स
12.5
लाख
से
15
लाख
तक
की
आय
के
लिए
25%
टैक्स
और
15
लाख
के
ऊपर
पहले
की
तरह
30%
टैक्स
दना
पड़ता
है।
मध्यम वर्ग के घर के बजट पर पड़ेगा असर
बजट में मिडिल क्लास के लिए भी कुछ खास ऐलान नहीं हुआ। सोने-चांदी पर कस्टम ड्यूटी को कम किया गया,लेकिन कई चीजों पर कस्टम ड्यूटी बढ़ दी गई, जिसकी वजह से उनकी कीमतों में बढ़ोतरी हो जाएगी। सरकार ने ऑटो पॉर्ट्स पर कस्टम ड्यूटी को बढ़ाकर 15 फीसदी कर दिया है। सरकार ने विदेशी मोबाइल प्रोडक्ट्स पर कस्टम ड्यूटी 20 फीसदी बढ़ा दी है। वहीं देश में बनने वाले मोबइल और चार्जर पर कस्टम ड्यूटी 2.5 फीसदी बढ़ा दी गई है, यानी इलेक्ट्रोनोकि सामान महंगे हो जाएंगे। सरकार के बजट के बाद कॉटन, सिल्क, प्लास्टिक, लेदर, इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम्स,सोलर प्रॉडक्ट्स, इम्पोर्टेड कपड़े, LED बल्ब, फ्रिज/एसी, शराब, आदि महंगा हो जाएगा।
बजट 2021: Income Tax Slab में नहीं हुआ कोई बदलाव, करदाताओं को कोई राहत नहीं