बजट 2019: जानें क्या होती है हलवा रस्म,कमरे में क्यों बंद कर दिए जाते हैं वित्त मंत्रालय के कर्मचारी
नई दिल्ली । वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 5 जुलाई को संसद में आम बजट पेश करेंगी। आम बजट को लेकर आज से ही तैयारियां शुरू हो गई है। आम बजट से पहले आज 22 जून को हलवा सेरेमनी के साथ ही बजट दस्तावेजों की प्रिंटिंग की शुरुआत हो गई है। इसके लिए आज हलवा सेरेमनी का आयोजन किया गया। वित्त मंत्रालय के बेसमेंट में बजट के डॉक्यूमेंट्स की आधिकारिक छपाई हलवा सेरेमनी के साथ ही शुरू की जाती है। इस साल भी इस परंपरा को निभाया गया है। ये हलवा वित्त मंत्री को ओर से लगभग 100 अधिकारियों और कर्मचारियों में बांटा जाता है।
पढ़ें'हलवा सेरेमनी' के साथ ही शुरू हुई बजट दस्तावेजो की प्रिंटिंग
क्या होती है हलवा सेरेमनी
भारतीय परंपरा के अनुसार हमेशा से किसी भी शुभ काम की शुरुआत से मीठे के साथ शुरू की जाती है। आम बजट बनाने की प्रकिया भी हलवा सेरेमनी के साथ शुरू की जाती है। इस मौके पर वित्त मंत्री प्रिंटिंग प्रेस से जुड़े कर्मचारियों और अधिकारियों को हलवा बांटकर प्रिंटिंग पक्रिया की शुरुआत करते हैं। इस हलवे को वित्त मंत्रालय के कर्मचारियों के बीच बांटा जाता है। हलवा सेरेमनी के बाद वित्त मंत्रालय के लगभग 100 कर्मचारी नॉर्थ ब्लॉक के बेसमेंट में बने प्रिंटिंग प्रेस में अगले कुछ दिनों तक बंद हो जाते हैं। हलवा सेरेमनी के दौरान एक बड़ी सी कढाई में हलवा बनाया जाता है और मंत्रालय के सभी कर्मचारियों के बीच इसे बांटा जाता है।
सालों से जारी है परंपरा
बजट के दस्तावेजों की प्रिटिंग से पहले हलवा बनाने की प्रक्रिया सालों से चलती आ रही है। परंपरा के अनुसार हलवा बनाने वाली कढ़ाई में वित्त मंत्री से घी डलवाया जाता है। वित्त मंत्री द्वारा ही कढ़ाई में हलवा बनाने की शुरुआत की जाती है। हलवा तैयार होने के बाद वित्त मंत्री ही मौजूद कर्मचारियों को हलवा परोसते हैं।
कमरे बंद रहते हैं कर्मचारी
हलवा रस्म के साथ ही बजट को तैयार करने वाले वित्त मंत्रालय के कर्मचारियों को मंत्रालय में ही रहना पड़ता है। संसद में बजट पेश होने तक बजट से जुड़े सभी कर्मचारी अपने परिवार और बाहरी दुनिया से दूर रहते हैं।इस दौरान कर्मचारियों को ईमेल, मोबाइल या अन्य किसी भी संचार माध्यमों से परिवार से संपर्क करने की अनुमति नहीं होती है। उन्हें घर जाने तक की अनुमति नहीं होती है।