टिकटॉक को खरीदने पर ट्विटर कर रहा विचार, माइक्रोसॉफ्ट रेस में सबसे आगे
वॉशिंगटन। अमेरिका सहित कई देशों में चाइनीज ऐप टिकटॉक को प्रतिबंध का सामना करना पड़ रहा है। इस बीच टिकटॉक को खरीदने को लेकर अलग-अलग कंपनियों से बात चल रही है। जानकारी के अनुसार ट्विटर ने भी टिकटॉक को खरीदने की इच्छा जाहिर की है। इसी सिलसिले में दोनों कंपनियों के बीच शुरुआती दौर की बातचीत हुई है। हालांकि अभी यह पुष्ट तौर पर नहीं कहा जा सकता है कि ट्विटर इस डील को पूरा करेगा या नहीं। डाऊ जोंस की रिपोर्ट के अनुसार ट्विटर माइक्रोसॉफ्ट जैसी बड़ी कंपनियों की तुलना में छोटी कंपनी है, लिहाजा टिकटॉक के साथ मर्जर में डेटा सिक्युरिटी को लेकर इतना बड़ा मसला नहीं होगा।
बता दें कि इससे पहले माइक्रोसॉफ्ट भी टिकटॉक के साथ बातचीत कर रही थी। चीनी कंपनी बाइटडांस लिमिटेड जोकि टिकटॉक की मालिक है, उसके साथ माइक्रोसॉफ्ट की बातचीत चल रही है, माना जा रहा है कि माइक्रोसॉफ्ट इस रेस में सबसे आगे हैं। माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नाडेला ने इस मसले पर पिछले हफ्ते अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से बात भी की थी। टिकटॉक के एक प्रवक्ता ने बताया कि हम बाजार में चल रही अफवाह पर बयान नहीं देते हैं।
बता दें कि ट्विटर का मार्केट कैपिटल 29 बिलियन डॉलर का है जबकि माइक्रोसॉफ्ट का कुल बिजनेस 1.6 ट्रिलियन डॉलर का है। ऐसे में ट्विटर को टिकटॉक के साथ विलय करने में अन्य कंपनियों की मदद चाहिए होगी। ट्विटर के सीईओ जैक डोर्सी ने 2016 में एक वीडियो ऐप वाइन को लॉन्च करने की कोशिश की थी, लेकिन उसे कुछ खास सफलता नहीं मिली थी। वाइन ऐप के मर्जर के चार साल बाद कंपनी को कंपनी को इससे हाथ पीछे खींचना पड़ा था। हाल ही में ट्विटर पर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने तीखे हमले किए थे। ट्विटर पर गलत जानकारी साझा करने की वजह से ट्विटर ने डोनाल्ड ट्रंप और उनके बेटे जूनियर ट्रंप के अकाउंट पर कुछ समय के लिए प्रतिबंध लगा दिया था।