मोबाइल नंबर पोर्ट करवाना हुआ और सस्ता, अब 4 रुपए लगेगी फीस
नई दिल्ली। बजट 2018 से पहले ट्राई ने मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी (एमएनपी) की दर बुधवार को लगभग 79 प्रतिशत घटाकर अधिकतम चार रुपये कर दी। अब मोबाइल नंबर को एक टेलिकॉम सर्विस प्रॉवाइडर से दूसरे में पोर्ट कराने पर 19 रुपये की जगह सिर्फ चार रूपये का शुल्क अदा करना होगा। ट्राई का कहना है कि मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी प्रोवाइडर्स की ऑपरेशनल कॉस्ट पिछले 2 साल में घटी है और पोर्ट करने वालों की संख्या बढ़ी है। इसलिए ट्राई ने कीमतों में कमी की है।
2009 में प्रति पोर्ट ट्रांजैक्शन चार्ज 19 रुपए तय किया गया था
बता दें कि टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (ट्राई) ने यह प्रस्ताव सभी कंपनियों से सामने रखते हुए संबंधित पक्षों से 29 दिसंबर तक कमेंट आमंत्रित किए थे। ट्राई ने कहा, '2009 में प्रति पोर्ट ट्रांजैक्शन चार्ज 19 रुपए तय किया गया था। यह कीमत अनुमानित फाइनेंशियल डाटा और 2 एमएनपी सर्विस प्रोवाइडर्स की ओर से दी गई जानकारी के आधार पर तय की गई थी।
19 रुपए की जगर लगेंगे 4 रुपए
ट्राई ने कहा, 'दोनों ही एमएनपी प्रोवाइडर्स के फाइनेंशियल्स और पिछले 2 वर्षों में पोर्टिंग के बढ़ती संख्या को देखते हुए अथॉरिटी तय किया कि मौजूदा 19 रुपए ट्रांजेक्शन की कॉस्ट और वॉल्यूम को देखते हुए काफी अधिक है, ऐसे में अथॉरिटी ने प्रति ट्रांजैक्शन फीस अधिकतम 4 रुपए कर रही है।
2016-17 में 6.36 करोड़ पोर्टिंग रिक्वेस्ट
ट्राई के अनुसार 2014-15 में पोर्टिंग के लिए 3.68 करोड़ अनुरोध किए गए थे जयही बकि 2016-17 में यह 6.36 करोड़ थी। ट्राई ने कहा कि प्रति पोर्ट ट्रांजेक्शन की कीमत 2016-17 के ऑडिटेड एन्युअल एकाउंट्स के आधार तय की जाती थी जिसमे लागत 4 रुपए आ रही थी।