TRAI का नया प्रस्ताव: सिर्फ 4 रुपये में पोर्टेबल करा सकेंगे मोबाइल नंबर
ट्राई ने नंबर पोर्टेबिलिटी का शुल्क कम करने का प्रस्ताव रखा है। ट्राई ने प्रस्ताव में कहा है कि ये शुल्क 19 रुपये से घटाकर 4 रुपये कर दिया जाना चाहिए। फिलहाल 19 रुपये का शुल्क अदा किया जाता है।
नई दिल्ली। टेलिकॉम रेग्युलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (ट्राई) ने नंबर पोर्टेबिलिटी का शुल्क कम करने का प्रस्ताव रखा है। ट्राई ने प्रस्ताव में कहा है कि ये शुल्क 19 रुपये से घटाकर 4 रुपये कर दिया जाना चाहिए। फिलहाल 19 रुपये का शुल्क अदा किया जाता है। टॉई का कहना है मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी (एमएनपी) प्रोवाइडर्स की ऑपरेशनल कॉस्ट में काफी कमई आई है जिसके बाद शुल्क को कम किया जा सकता है।
29 दिसंबर तक मांगा जवाब
ट्राई ने कहा कि एमएनपी सर्विस प्रोवाइडर्स के फाइनेंशियल रिजल्ट कॉस्ट और ट्रांजैक्शन के मुकाबले 19 रुपये का शुल्क ज्यादा है। ट्राई ने इसे 19 रुपये से 4 रुपये करने के लिए प्रस्ताव भेजा है और 29 दिसंबर तक इसपर पब्लिक और स्टेकहोल्डर से जवाब मांगा है।
प्रक्रिया आसान करना बेहतर तरीका
केपीएमजी इंडिया के मृत्युंजय कपूर का कहना है कि ऐसा जरूरी नहीं है कि शुल्क कम कर देने से अनुरोध बढ़ जाएंगे। ऐसा करने की बजाय यूजर्स के लिए इस प्रक्रिया को आसान किया जाना चाहिए।
पोर्टेबिलिटी की संख्या बढ़ी
ट्राई ने नवंबर 2009 में पोर्टिंग चार्ज 19 रुपये फिक्स किया था। देश में सरकार ने जब एमएनपी की सुविधा देनी शुरू की थी तब ये केवल सर्किल के लिए था जिसे 2015 में पूरे देश में लागू किया गया। ट्राई ने ये भी कहा कि पूरे देश में लागू होने के बाद से एमएनपी बढ़ा है। 2014-2015 में 3.68 करोड़ लोगों ने एमएनपी किया था वहीं ये संख्या 2016-17 में 6.36 करोड़ पहुंच गई थी।