Must Read: बंद होंगे ये 6 सरकारी बैंक, जानिए क्या होगा खाताधारकों के पैसों का?
Must Read: बंद होंगे ये 6 सरकारी बैंक, जानिए क्या होगा खाताधारकों के पैसों का?
नई दिल्ली। मोदी सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए बैंकों के विलय की प्रक्रिया को मंजूरी दे दी। केंद्र सरकार के फैसले के बाद 10 बड़े सरकारी बैंकों को मिलाकर 4 बैंक बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। सरकार के इस फैसले से 6 सरकारी बैंकों का विलय हो जाएगा, यानी 6 सरकारी बैंक दूसरे बैंक में मर्ज हो जाएंगे। ऐसे में इन 6 बैंकों के खाताधारकों का क्या होगा? उनके पैसे का क्या होगा? उस बैंक से किसी भी तरह का लोन लेने वाले कर्जदारों का क्या होगा?
बंद होंगे ये 6 बैंक
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बड़ा फैसला लेते हुए 10 बैंकों का विलय कर 4 बैंक बनाने का फैसला किया। इस फैसले के बाद 6 सरकारी बैंक बंद हो जाएंगे। सरकार के फैसले के मुताबिक पंजाब नेशनल बैंक में यूनाइटेड बैंक और ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स का विलय होगा। वहीं सिंडिकेट बैंक का केनरा बैंक में विलय किया जाएगा। इसके अलावा यूनियन बैंक में आंध्रा बैंक और कॉरपोरेशन बैंक का विलय किया जाएगा। इलाहाबाद बैंक को इंडियन बैंक में मर्ज किया जाएगा। इसका मतलब ये कि यूनाइटेड बैंक , ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स का विलय होगा का खाता पंजाब नेशनल बैंक में मर्ज हो जाएगा।
कौन-कौन से बैंक होंगे बंद
सरकार के आदेश के तहत सिंडिकेट बैंक का विलय केनरा बैंक में किया जाएगा। मतलब सिंडिकेट बैंक का खाता शिफ्ट होगा केनरा बैंक में। इसी तरह से आंध्रा बैंक और कॉरपोरेशन बैंक के ग्राहकों का खाता यूनियन बैंक में ट्रांसफर हो जाएगा। वहीं इलाहाबाद बैंक का सारा खाता इंडियन बैंक में ट्रांसफर कर दिया जाएगा। मतलब 10 में से पंजाब नेशनल बैंक, केनरा बैंक, यूनियन बैंक और इंडियन बैंक रह जाएंगे, बाकी के 6 बैंक बंद हो जाएंगे।
क्या होगा खाताधारकों के पैसों का
बैंक के विलय में कम से कम 4 से 6 महीने का वक्त लगेगा। जिन बैंकों का विलय किया जा रहा है उसके कई ब्रांच बंद किए जाएंगे। वहीं कई नई शाखाएं भी खोली जाएगी। बैंकों के विलय के बाद खाताधारकों के लिए कागजी काम बढ़ जाएंगे। नई चेकबुक, पासबुक बनवाने पड़ेंगे। वहीं नया IFSC मिलेगा। बैंक ब्रांच के नाम बदल सकते हैं। हालांकि वित्ता ने साफ-साप कहा है कि बैंकों के विलय से किसी भी ग्राहक को आर्थिक नुकसान नहीं होगा। हालांकि विलय के बाद ग्राहकों के चेकबुक, पासबुक के अलावा नए एटीएम कार्ड बैंक द्वारा इश्यू किए जाएंगे। इन सब कामों की वदह से खाताधारकों का पेपरवर्क बढ़ जाता है। बैंकों के विलय से बैंक खाताधारकों की जमापूंजी पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
पढ़ें- Big News:कैश निकालने वालों को लगा तगड़ा झटका,अब कैश निकालने पर देना पड़ेगा TAX