मोदी सरकार का एक और बड़ा फैसला, जल्द प्राइवेट हो जाएंगे ये 4 सरकारी बैंक
नई दिल्ली। Government speed up to Sale Stake of 4 PSU Bank केंद्र सरकार 4 सरकारी बैंकों में अपनी हिस्सेदारी बेचने जा रही है। सरकार के इस फैसले से जल्द ही ये सरकारी बैंक प्राइवेट बैंक बन जाएंगे। मोदी सरकार ने इस प्रक्रिया को तेज करने का आदेश भी जारी किया है। सरकार 4 सरकारी बैंकों में अपनी हिस्सेदारी को बेचना चाहती है। सरकार के पास इन बैंकों में डायरेक्ट और इनडायरेक्ट होल्डिंग्स के जरिये मेजॉरिटी स्टेक्स हैं, जिसे अब वो बेचना चाहती है। सरकार द्वारा इन बैंकों में अपनी हिस्सेदारी बेचे जाने के बाद बैंकों पर सरकार का हस्तक्षेप खत्म हो जाएगा और ये बैंक निजी हाथों में चले जाएंगे।
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इन 4 सरकारी बैंकों में अपनी हिस्सेदारी बेचेगी मोदी सरकार
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक सरकार ने पंजाब एंड सिंध बैंक( Punjab and Sind Bank), बैंक ऑफ महाराष्ट्र( Bank od Mharashtra), यूको बैंक( UCO Bank) और आईडीबीआई( IDBI Bank) बैंक में अपनी हिस्सेदारी को बेचने का फैसला कर लिया है। सरकार ने इसके लिए प्रक्रिया को तेज करने का आदेश दिया है। सरकार चाहती है कि वित्तीय वर्ष 2020-21 के आने से पहले ये प्रक्रिया पूरी हो जाए।
सरकार बेचेगी अपनी हिस्सेदारी
सरकार ने इन चार सरकारी बैंकों के विनिवेश की यह प्रक्रिया इस वित्त वर्ष में पूरी कर लेने की उम्मीद है। सरकार की ओर से प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) के अधिकारियों को इन 4 सरकारी बैंकों में हिस्सेदारी बेचने की प्रक्रिया में तेजी लाने को कहा है। आपको बता दें कि इन चार बैंकों में केंद्र सरकार का प्रत्यक्ष और परोक्ष रुप से आधे से ज्यादा हिस्सेदारी है। अब सरकार इन बैंकों में अपनी हिस्सेदारी बेचने की तैयारी कर रही है।
बैंकों के निजीकरण से NPA को कम करने की कोशिश
खबर के मुताबिक सरकार बैंकिंग क्षेत्र में बदलाव लाना चाहती है। सरकार की कोशिश है कि बैंकों और दूसरी सरकारी कंपनियों में अपने शेयर और हिस्सेदारी बेचकर रेवेन्यू जुटाना चाहती है। खबर के मुताबिक सरकार आधे से ज्यादा सरकारी बैंकों का निजीकरण करना चाहती है। सरकार के इस फैसले के बाद देश में 5 सरकारी बैंक ही बच जाएंगे।