जून माह में 8 कोर सेक्टर्स की विकास दर में आई 15 फीसदी की गिरावट
जून माह में 8 कोर सेक्टर्स की विकास दर में आई 15 फीसदी की गिरावट
नई दिल्ली। जून 2020 में आठ कोर सेक्टर्स की विकास दर रिपोर्ट में बड़ी गिरावट दर्ज की गई है। जून महीने में 8 कोर सेक्टर्स की ग्रोथ दर में 15 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। जबकि पिछले मई माह में यह 22 प्रशित थी। भारत सरकार ने ये जानकारी देते हुए बताया कि 2020-21 के दौरान इसकी संचयी वृद्धि 24.6% थी।
बता दें 8 कोर सेक्टर में कोयला, क्रूड ऑयल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी प्रोडक्ट्स, उर्वरक, सीमेंट, बिजली और इस्पात सेक्टर आता है। दरअसल आठ कोर सेक्टर्स की विकास दर में गिरावट मोदी सरकार के लिए एक बड़ा झटका है। दरअसल, कोरोना काल में तमाम कोशिशों के बावजूद उद्योगों की वृद्धि दर में रफ्तार नहीं पकड़ पा रही हैबता दें अप्रैल 2020 में 8 बुनियादी क्षेत्रों यानी कोर सेक्टर के उत्पादन में रिकॉर्ड गिरावट आई है। कोर सेक्टर ग्रोथ में अप्रैल में 38.1 फीसदी घटी है।कॉमर्स और इंडस्ट्री मिनिस्ट्री ने शुक्रवार को आंकड़े जारी किए हैं। देशभर में कोरोना वायरस के चलते किए गए लॉकडाउन की वजह से कोयला, सीमेंट, स्टील, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी, क्रूड ऑयल आदि के ग्रोथ में काफी कमी देखी गई है। इससे पहले मार्च 2020 में आठ कोर सेक्टर के उत्पादन में 9 फीसदी की गिरावट आई थी। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के मुताबिक, अप्रैल महीने के दौरान प्राकृतिक गैस के उत्पादन में 19.9 फीसदी की भारी गिरावट आई है और रिफाइनरी उत्पादों के उत्पादन में 24.2 फीसदी की गिरावट आई है।
इस दौरान उर्वरक के उत्पादन में 4.5 फीसदी और सीमेंट के उत्पादन में 86 फीसदी की गिरावट है। अप्रैल में बिजली के उत्पादन में 22.8 फीसदी की गिरावट आई है। आठ बुनियादी उद्योग- कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक, स्टील, सीमेंट और बिजली हैं। मार्च 2020 में 8 बुनियादी क्षेत्रों यानी कोर सेक्टर के उत्पादन में पिछले साल के मुकाबले 6.5 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी। 8 बुनियादी क्षेत्रों की औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP) में 40.27 फीसदी हिस्सेदारी है। पूरे वित्त वर्ष 2019-20 में कोर सेक्टर ने 0.6 फीसदी की वृद्धि दर्ज की थी और वित्त वर्ष 2018-19 में 4.4 फीसदी रही थी।
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