कोरोना वायरस के चलते 13.6 करोड़ नौकरियों पर संकट, छंटनी के मूड में कंपनियां,खतरे में ये सेक्टर्स
कोरोना वायरस के चलते 13.6 करोड़ नौकरियों पर संकट, छंटनी के मूड में कंपनियां,खतरे में ये सेक्टर्स
नई दिल्ली। कोरोना वायरस के कारण देश लॉकडाउन है। ऑफिस, बाजार, मॉल्स, फैक्ट्रियां, स्कूल, कॉलेज सब बंद है। जरूरी सेवाओं को छोड़कर 14 अप्रैल तक के लिए देश को पूरी तरह से लॉकडाउन किया गया है। कोरोना वायरस के कारण देश आर्थिक संकट से गुजर रहा है। लोगों को वर्म फॉर्म होम की सुविधा दी गई है, लेकिन देश आर्थिक संकट के दौर से गुज रहा है। ऐसे में ताजा रिपोर्ट और भी चिंताजनक है।एक रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना की वजह से कारोबार बंद होने से देश में 13.6 करोड़ नौकरियों पर संकट आ सकता हैं। बड़ी संख्या में छंटनी होगी। इसकी सबसे अधिक मार पर्यटन और होटल उद्योग के साथ मैन्यूफैक्चरिंग क्षेत्र पर पड़ने की आशंका है।
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कोरोना वायरस के कारण नौकरियों पर संकट
कोरोना वायरस के कारण नौकरियों पर संकट मंडरा सकता है। इसका सबसे ज्यादा खतरा उन लोगों पर मंडरा रहा है, जो नियमित रोजगार में नही और जिन्हें कोई लिखित दस्तावेज नौकरी का नही मिला है। नेशनल सैंपल सर्वे के मुताबिक ऐसे लोगों की संख्या 13.6 करोड़ हैं। ये लोग गैर-कृषि सेक्टर, मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर, गैर-मैन्यूफैक्चरिंग क्षेत्र में और सेवा क्षेत्र में हैं. जिनपर छंटनी का खतरा मंडरा रहा है।
सबसे ज्यादा खतरे में ये सेक्टर
इस कोरोना संकट के कारण सबसे ज्यादा खतरे में टूर एंड ट्रैवल इंडस्ट्री है। कोरोना वायरस के कारण ये इंडस्ट्री पूरी तरह से बर्बाद हो गई है। पर्यटकों का आना-जाना पूरी तरह से बंद है और अगले कुछ महीने इसके आसार भी नहीं देख रहे हैं। ऐसे में यह इंडस्ट्री नौकरियों की छंटनी को लेकर सबसे ज्यादा खतरे में है। ऐसे हालात में बहुत सी एजेंसियां छंटनी के मूड में है। लिहाजा लाखों लोगों की नौकरी पर खतरा मंडरा रह रहा है। इंडस्ट्री के संगठन CII के मुताबिक सिर्फ पर्यटन और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर से ही 2 करोड़ नौकरियां जा सकती हैं। रिपोर्ट के मुताबिक अक्टूबर के बाद ही इस सेक्टर के हालात में सुधार आने की उम्मीद है।
इस सेक्टर में जा सकती है नौकरियां
वहीं मैन्युफैक्चरिंग और नॉन मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में भी नौकरियां जाने की संभावना है। रोज मजदूरी कर कमाने वाले लोगों पर संकट मंडरा रहा है। वहीं सबसे खराब स्थिति तो ऐसे कर्मचारियों के लिए है, जिनके पास नियमित वेतन नहीं है। CII के मुताबिक यदि अक्टूबर 2020 से अधिक उद्योग में वसूली होती है, तो आधे से अधिक पर्यटन उद्योग यानी स्थिति बिगड़ेगी। कोरोना वायरस के कारण विनिर्माण और गैर-विनिर्माण क्षेत्र में भी नौकरी जाने का खतरा मंडरा रहा है। गिरती मांग और आपूर्ति की कमी के कारण रोजगार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। कुल मिलाकर, लगभग 136 मिलियन गैर-कृषि रोजगार तत्काल जोखिम में हैं।