एक फैसले से भारतीय शेयर बाजार में मचा हाहाकार, सेंसेक्स 463 अंक लुढ़का
नई दिल्ली। गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार लाल निशान से साथ बंद हुआ। अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दर में 0.25 प्रतिशत की कटौती किए जाने के बाद भारतीय शेयर बाजार में हाहाकार मच गया। फेडरल बैंक द्वारा ब्याज दर में कटौती किए जाने के बाद अमेरिकी शेयर बाजारों में गिरावट आई जिसका असर भारतीय बाजारों पर भी देखने को मिला। बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 462.80 अंक गिरकर 37,018.32 पर बंद हुआ तो वहीं निफ्टी 138 अंक टूटकर 10,980.00 अंक पर बंद हुआ। मार्च के बाद पहली बार सेंसेक्स 37000 के नीचे आ गया।
भारतीय
शेयर
बाजार
में
हाहाकार
सेंसेक्स दोपहर बाद के 713.50 अंक लुढ़क कर 36,767.62 अंक तथा एनएसई निफ्टी 222.80 अंक टूटकर 10,889.55 अंक तक नीचे आ गया था। सबसे ज्यादा गिरावट मेटल और बैंक शेयर्स में रही। 27 जून के बाद आज रुपया सबसे निचले स्तर पर खुला। रुपए की शुरुआत भारी गिरावट के साथ हुई। आज डॉलर के मुकाबले रुपया 41 पैसे कमजोर होकर 69.20 के स्तर पर खुला। वहीं एसबीआई बैंक के शेयर में 5 फीसदी की गिरावट नजर आई।
अमेरिका
के
फेडरल
बैंक
ने
घटाई
ब्याज
दर
वहीं अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने साल 2008 की मंदी के बाद पहली बार ब्याज दरें घटाई हैं। फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में चौथाई फीसदी की कटौती की। ब्याज दरों में कटौती के बाद भी आगे ब्याज दरों में नरमी बनी रहेगी, इस पर उन्होंने कोई भरोसा नहीं दिया, जिसका असर निवेशकों पर पड़ा और शेयर बाजार में गिरावट आई। इसका असर भारतीय बाजार पर भी पड़ा। फेडरल बैंक द्वारा ब्याज दर कटौती के अलावा भारतीय शेयर बाजारों में गिरावट की एक वजह कॉरपोरेट अर्निंग भी रही। चालू वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही में बैंकिंग सेक्टर को लेकर दबाव बना हुआ है। कंपनियों का मार्जिन प्रभावित हुआ है। इसके अलावा मांग और निवेश का साइकिल आगे तेज होता नहीं दिखाई दे रहा है। ऐसे में बाजार पर नकारात्मक असर पड़ा है, जिसका असर शेयर मार्केट पर दिख रहा है।
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