शेयर बाजार में कोहराम,कुछ ही घंटों में डूबे 2.24 लाख करोड़, ये है 5 बड़ी वजहें
नई दिल्ली। हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन शेयर बाजार में भूचाल आ गया। शेयर बाजार में बड़ी गिरावट दर्ज की गई। बाजार की शुरुआत ही लाल निशान के साथ हुई और दिन खत्म होते-होते निवेशकों के 2.24 लाख करोड़ रुपए टूब गए। सेंसेक्स 689.60 अंकों या 1.89 फीसदी की भारी गिरावट के साथ 35,742.07 पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी में 197.70 अंकों की गिरावट दर्ज की गई। बाजार में आई गिरावट की वजह से निवेशकों के 2.24 लाख करोड़ रुपए डूब गए। बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों के शेयरों की वैल्यूएशन (कीमत) 20 दिसंबर यानी गुरुवार को 1,45,56,433.00 लाख करोड़ रुपये थी, जो आज गिरकर 1,43,31,716.44 लाख करोड़ रुपए रह गई। ऐसे में जानना बेहद जरूरी है कि आखिर शेयर बाजार में इतनी बड़ी गिरावट आई कैसे? आपको उन 5 कारणों के बारे में बता रहे हैं जिनकी वजह से आज शेयर बाजार में बड़ी गिरावट आई....
कमजोर वैश्विक संकेत
वैश्विक वैश्विक संकेत की वजह से शेयर बाजार में गिरावट दर्ज की गई। वैश्विक अर्थव्यवस्था के लड़खड़ाने के संकेत के बावजूद यूएस फेडरल रिजर्व द्वारा अगले साल इंट्रेस्ट रेट में बढ़ोतरी के संकेत दिए जाने के बाद से निवेशक धबराए हुए हैं। वैश्विक शेयर बाजार दबाव में है। अमेरिका के ट्रंप सरकार के शटडाउन के खतरे के कारण निवेशकों में घबराहट बढ़ गई है, जिसका असर शेयर बाजार पर दिखा। अमेरिका में सरकार के कामकाज की संभावित बंदी के साथ-साथ अमेरिका-चीन के बीच तनाव बढ़ने से वैश्विक रुख प्रभावित हुआ, जिसका असर शेयर बाजार पर पड़ा।
किसानों की कर्ज़ माफी
कुछ बाजार जानकारों के मुताबिक पिचले कुछ दिनों से एक के बाद एक राज्यों में किसानों की कर्जमाफी से क्रेडिट मार्केट और सरकारी बैंकों की वित्तीय सेहत पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है, जिसकी वजह से बाजार में तनाव का माहौल है। बाजार में बाजार में नकदी बढ़ने से अर्थव्यवस्था में मुद्रास्फीति का दबाव पैदा हो सकता है। जिसका असर शेयर बाजार पर पड़ रहा है।
मुनाफावसूली
पिछले कई दिनों से शेयर बाजार में बेहतर प्रदर्शन था, लेकिन हफ्ते के आखिरी दिन बाजार धड़ाम हो गया। बाजार जानकारों के मुताबिक बेहतर प्रदर्शन के बाद शुक्रवार को बाजार में जोरदार मुनाफावसूली हुई। वैश्विक अनिश्चितता के बीच विदेशी संस्थागत निवेशक क्रिसमस की खुशियां मनाने से पहले कोई जोखिम नहीं लेना चाह रहे हैं।
रुपए पर दवाब
डॉलर के मुकाबले रुपए में गिरावट की वजह से रुपए पर लगातार दवाब बढ़ता जा रहा है। शुक्रवार को रुपया 56 पैसे की गिरावट के साथ 70.26 पर पहुंच गया, जिसका असर भी शेयर बाजार पर देखने को मिला।
कच्चे तेल कंपनियों के शेयर पर दवाब
पिछले कुछ दिनों से कच्चे तेल की कीमतों में तेजी से एनर्जी कंपनियों के शेयर दबाव में हैं। वहीं ओपेक द्वारा कीमतों में कटौती का संकेत देने के बाद शुक्रवार को अचानक तेल की कीमतों में गिरावट आई, जिसका असर शेयर बाजार पर पड़ा।