माचिस की तीली से मिनटों में खाली हो सकता है आपका बैंक अकाउंट, ATM फ्रॉड का नया तरीका
नई दिल्ली। हम में से अधिकांश लोग यहीं सोचते हैं कि बैंक में उनका पैसा पूरी तरह सुरक्षित है। आप अपनी जरूरत के हिसाब ने एटीएम कार्ड की मदद से कैश निकाल लेते हैं, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि हैकर्स मिनटों में आसान तरीकों से आपके सालों की कमाई खाली कर सकते हैं। जिस रफ्तार से लोगों में ATM इस्तेमाल की प्रवृत्ति बढ़ी है उसी रफ्तार से ATM फ्रॉड के मामले और तरीके भी बढ़े हैं। लोग आसानी से एटीएम से आपको चूना लगा सकते हैं। ऐसे में चाहे आप SBI के, PNB के, HDFC के, ICICI, AXIS बैंक या फिर कोटेक महिंद्रा या फिर किसी भी बैंक के कस्टमर हैं तो आपको एटीएम इस्तेमाल के वक्त बहुत सतर्क रहने की जरूरत है।
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माचिस की तीली से खाली हो सकता है आपका बैंक अकाउंट
एटीएम फ्रॉड ते मामलों में लगातार बढ़ोतरी हुई है। हैकर्स फ्रॉड के नए-नए तरीके तलाश रहे हैं। देशभर के कई हिस्सों में एटीएम फ्रॉड के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, लेकिन राजधानी दिल्ली एटीएम से जुड़े फ्रॉड की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं और लोग तेजी से ऐसी घटनाओं के शिकार हो रही है। एटीएम फ्रॉड के मामले में राजधानी आगे हैं। ऐसा भी नहीं है कि आपको चूना लगाने वाले 20-22 साल के युवा हो, ऐसे कई मामले सामने आए हैं जहां 56 साल के बुजुर्ग एटीएम फ्रॉड में एक्टिव है और मिनटों में आपकी सालों की कमाई चपत लगा सकते हैं।
जालसाजी का अनोखा तरीका
जानकारों के मुताबिक एटीएम से पैसों की लूट के कई तरीकों के बारे में लोग जान चुके हैं। अब हैकर्स एटीएम फ्रॉड के लिए माचिस की तीली, ग्लू स्टिक, थर्मो कैम, स्कीमर, शोल्डर सर्फिंग ( इसकी मदद से पीछे से खड़े होकर शातिर चोर यूजर का पिन जान लेता है), स्लीक ट्रिक एट पाउच और स्लीक ट्रिक कैश डिस्पेंसर आदि तरीके शामिल है। हाल ही में दिल्ली के चिराग दिल्ली इलाके में एटीएम फ्रॉड का ऐसा मामला सामने आया, जहां हैकर्स ने पूरे एटीएम को ही हैक कर लिया। चोरों ने एटीएम से पैसे लूटने के लिए माचिस की तीली, ग्लू स्टिक, थर्मो कैम, शोल्डर सर्फिंग आदि का इस्तेमाल किया था। जानकारों के मुताबिक हाल के दिनों में एटीएम स्कीमर ट्रिक का इस्तेमाल सबसे ज्यादा किया जा रहा है और आसानी से लोगों के खाते को खाली कर दिया जाता है।
क्या कहते हैं जानकार
साइबर सिक्यॉरिटी एक्सपर्ट्स के मुताबिक कोई भी एटीएम इस बात पर निर्भर करता है कि क्लोनिंग कार्ड कैसा है। उन्होंने कहा कि अगर मुझे नया एटीएम कार्ड दिया जाए और मेरे पास एक खाली एटीएम हो तो आसानी से क्लोनिंग की जा सकती है। इसके लिए हैकर्स एक डिवाइस से उसे स्कैन कर ब्लैंक कार्ड में डालते हैं और फिर फ्रॉड कॉल के जरिए यूजर से उसका पिन कोड लेते हैं और आपका खाता कर देते हैं।
रखें सावधानी
साइबर एक्सपर्ट कहते हैं कि कई बार यूजर एटीएम मशीन पर ट्रांजैक्शन के लिए जाता है। कार्ड स्वाइप भी करते हैं, लेकिन पिन डालने के बाद एरर या ट्रांजैक्शन फेल देखकर लौट जाते हैं। यूजर तो ये समझ कर वहां से चले जाते हैं कि पैसा नहीं निकला, लेकिन थोड़ी ही देर में ट्रांजैक्शन सक्सेस होने का मेसेज मिलता है। ये सारी चीजें एक स्कीमर डिवाइस के जरिए होती हैं। एटीएम इस्तेमाल के दौरान यूजर्स को अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत हैं।