SBI में है खाता तो पढ़ें ये खबर, रातों रात बदल गई 3.25 करोड़ ग्राहकों की ब्रांच, पढ़ें नया ब्रांच और IFSC कोड पता करने का तरीका
नई दिल्ली। अगर आपका खाता भी देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में है तो आपके लिए ये खबर खास है। SBI के 3.25 करोड़ ग्राहकों के ब्रांच और आईएसएससी कोड को रातों-रात बदल दिया गया है। एसबीआई ने 1295 ब्रांचों के नाम और उनके IFSC कोड को बदल दिया है। अगर आपका खाता पहले स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के सहयोगी बैंकों स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर, स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद, स्टेट बैंक ऑफ मैसूर, स्टेट बैंक ऑफ पटियाला और स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर के साथ भारतीय महिला बैंक के कस्टमर रहे हैं तो आपके ब्रांच का नाम और IFSC कोड बदल दिया है। इन 6 बैंकों की ब्रांचों को पूर्ण रूप से अपने दायरे में लाने के लिए एसबीआई ने 1295 ब्रांचों के नाम और कोड बदल दिए हैं। बिना इसके आप कोई भी ऑनलाइन ट्रांजैक्शन नहीं कर पाएंगे।
एसबीआई के 1295 ब्रांचों के नाम और कोड बदले
देशभर में फैली एसबीआई की 1295 ब्रांचों के नाम और उनके IFSC कोड बदल दिए गए हैं। एसबीआई ने नए ब्रांच और कोड्स की जानकारी वेबसाइट पर दे दी गई है। SBI के इस फैसले के चलते करीब 3.25 करोड़ खाताधारकों के ब्रांच और IFSC कोड बदल दिए गए हैं। मर्जर से पहले एसबीआई का कुल कस्टमर बेस करीब 33.25 करोड़ है। वहीं इस मर्जर के बाद उसका कस्टमर बेस बढ़कर 37 करोड़ हो गया था।
कैसे करें पता
एसबीआई में 6 एसोसिएट बैंकों का विलय हो गया। इस विलय के बाद बैंक का कुल कस्टमर बेस करीब 33.25 करोड़ हो गया। अगर अपनी बैंकों के ब्रांच और IFSC के बारे में पता करना चाहते हैं। नए ब्रांच और कोड के बारे में जानकारी पाने के लिए आप एसबीआई की वेबसाइट पर जानकार अपनी ब्रांच के नए नाम और पते क जानकारी हासिल कर सकते हैं। SBI की आधिकारिक वेबसाइट sbi.co.in पर जाकर आप एनाउंसमेंट के कॉलम में जाइए। इस लिस्ट में नई और पुरानी ब्रांचों की लिस्ट दी गई है। जहां पर आप अपने नए बैंक की जानकारी हासिल कर सकते हैं।
क्यों जानना है जरूरी?
ऑनलाइन फंड ट्रांसफर के लिए आपको अकाउंट होल्डर के ब्रांच का IFSC कोड मालूम होना चाहिए। बिना इसके आप किसी भी खाताधारक को फंड ट्रांसफर के लिए नहीं जोड़ पाएंगे। ऐसे में नए आईएसएफसी कोड के बारे में जानकारी होनी जरूरी है, वरना आप बिना इसके फंड ट्रांसफर नहीं कर पाएंगे, बिना इसके आप किसी को एनईएफटी या आरटीजीएस नहीं कर पाएंगे।