SBI में खाता है तो पढ़ें ये खबर, वरना आपका ट्रांजेक्शन हो जाएगा कैंसिल, पढ़ें विस्तार से....
नई दिल्ली। सरकारी बैंकों में नबंर वन के पायदान पर रहने वाली स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने अपने बैंकिंग सिस्टम में बड़ा बदलाव किया है। एसबीआई ने देशभर में फैली अपनी शाखाओं में से 1295 शाखाओं के नाम और IFSC कोड बदल दिए हैं। एसबीआई ने छह सहयोगी बैंकों और महिला बैंक ने विलल के बाद ये बदलाव किया है। इस खबर के बारे में आपने पास जानकारी होनी आवश्यक है, वरना जानकारी के अभाव में आपका ट्रांजेक्शन फेल हो सकता है। सही ब्रांच के नाम और आईएफएससी कोड के बारे में जानकारी नहीं रहने पर आपको ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करने में परेशानी होगी और आपका ट्रांजेक्शन कैंसिल हो सकता है।
विलय के बाद SBI ने लिया फैसला
SBI ने सहयोगी बैंकों के विलय के बाद अपनी 1295 शाखाओं के नाम और इन शाखाओं के IFSC कोड बदल दिए हैं। बैंक ने शाखाओं के नए नाम और नए आईएफएससी कोड की सूची जारी की है। आपको बता दें कि 1 अप्रैल 2017 से छह सहयोगी बैंक और भारतीय महिला बैंक का एसबीआई में विलय हो गया था। जिसके बाद चरणबंद्ध तरीके से बैंक ने इन शाखाओं के नाम और कोड में बदलाव किए हैं।
क्यों जानना है जरूरी?
ऑनलाइन फंड ट्रांसफर के लिए आपको अकाउंट होल्डर के ब्रांच का IFSC कोड मालूम होना चाहिए। बिना इसके आप किसी भी खाताधारक को फंड ट्रांसफर के लिए नहीं जोड़ पाएंगे। ऐसे में नए आईएसएफसी कोड के बारे में जानकारी होनी जरूरी है, वरना आप बिना इसके फंड ट्रांसफर नहीं कर पाएंगे, बिना इसके आप किसी को एनईएफटी या आरटीजीएस नहीं कर पाएंगे।
अपनी शाखाएं बंद करेगा SBI
आपको बता दें कि एसबीआई ने लागत कम करने के मकसद से विदेशों में अपनी शाखाओं को बंद करने का फैसला किया है। जानकारी के मुताबिक SBI की 9 विदेशी शाखाएं घाटे में हैं। देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक एसबीआई की सबसे ज्यादा विदेशी शाखाएं हैं। एसबीआई की 52 शाखाएं विदेशों में हैं, वहीं बैंक ऑफ बड़ौदा की 50 और बैंक ऑफ इंडिया की 29 शाखाएं विदेशों में है।