महंगाई के मोर्चे पर आई राहत नहीं, मार्च में खुदरा महंगाई दर 2.86 फीसदी
नई दिल्ली। महंगाई के मोर्चे पर सरकार को एक बार फिर से झटका लगा है। मार्च में देश को महंगाई के मोर्चे पर राहत की खबर नहीं मिली है। खुदरा महंगाई बढ़कर 2.86 फीसदी रही, जबकि मार्च में इसके 2.80 फीसदी रहने का अनुमान था। हालांकि फरवरी में खुदरा महंगाई दर बढ़कर 2.57 फीसदी हो गई थी।
सीएसओ द्वारा शुक्रवार को जारी किए गए आंकड़े के मुताबिक जनवरी में खुदरा महंगाई दर 2.05 फीसदी रहा, जबकि फरवरी में ये बढ़ाकर 2.57 फीसदी हो गया। मार्च में CPI अब 2.86 फीसदी रही। रिपोर्ट के मुताबिक ग्रामीण क्षेत्र की महंगाई दर 1.80 फीसदी तो सब्जियों की महंगाई दर (-)1.49 फीसदी रही है। वहीं शहरी क्षेत्र की महंगाई दर मार्च महीने में 4.10 फीसदी रही।
सीएसओ के आंकड़ों के मुताबिक फ्यूल एवं लाइट से जुड़ी महंगाई दर 2.42 फीसदी रही। वहीं क्लॉथिंक एंड फुटवेयर क्षेत्र की महंगाई दर 2.59 फीसदी रही।सीएसओ के आंकड़ों के मुताबिक फ्यूल एवं लाइट से जुड़ी महंगाई दर 2.42 फीसदी रही। वहीं क्लॉथिंक एंड फुटवेयर क्षेत्र की महंगाई दर 2.59 फीसदी रही।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक मार्च में खाद्य वस्तु समूह की मुद्रास्फीति बढ़कर 0.3 प्रतिशत हो गई। वहीं ईंधन और प्रकाश श्रेणी में भी मुद्रास्फीति में बढ़ोतरी हुई। मार्च में ये आंकड़ा बढ़कर 2.42 प्रतिशत हो गया, जो फरवरी में 1.24 प्रतिशत थी। वहीं वित्त वर्ष 2018-19 के पहले 11 महीनों के दौरान आईआईपी की औसत वृद्धि दर 4 प्रतिशत रही। वहीं वित्त वर्ष 2017-18 के 11 महीने में यह दर 4.30 प्रतिशत रही थी।
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