विदेशी फर्म ने रिलायंस जियो के मुनाफे पर उठाए सवाल
Recommended Video
नई दिल्ली। निवेश अनुसंधान फर्म बर्नस्टेन ने रिलायंस जियो के एक साल के वाणिज्यिक संचालन की पहली मुनाफा रिपोर्ट पर सवाल उठाए हैं। फर्म का कहना है कि यह मुनाफा अनूठे एकाउंट के दृष्टिकोण का परिणाम था। हालांकि, मुकेश अंबानी के फर्म ने इस रिपोर्ट को नकार दिया था। बर्नस्टीन ने कहा कि अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में 504 करोड़ रुपये के मुनाफ चौंकाने वाला है। फर्म ने कहा कि विश्वास करने के लिए यह थोड़ी अच्छा है। जियो ने रिपोर्ट के मकसद पर सवाल उठाते हुए कहा कि उन्होंने कभी भी स्पष्टीकरण के लिए कभी भी संपर्क नहीं किया।
बर्नस्टीन की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि जियो की रिपोर्ट का लाभ "अद्वितीय दृष्टिकोण" के कारण हुआ है। फर्म ने कहा कि, जियो उपयोगकर्ताओं को आकर्षित करने में सफल रहने के बावजूद, हमें मुनाफे की घोषणा करने में हिचकिचाहट हो रही है। बर्नस्टीन ने 2 फरवरी को जारी की अपनी रिपोर्ट में कहा कि, जैसा कि हमने कई बार कहा है, दूरसंचार क्षेत्र एक पैमाने का खेल है। इस दौरान जियो ने बड़ी संख्या में यूजर्स को अपनी ओर आकर्षित किया। हमने कभी नहीं देखा है कि एक नई प्रवेशकर्ता कंपनी इतनी कम समय में पर्याप्त पैमाने पर पहुंच पाई हो।
जियो के "अनूठे दृष्टिकोण" ने तीसरी तिमाही में 1192.6 करोड़ की बुकिंग के लिए प्रेरित किया। जब इस तरीको को अन्य कंपनियों ने अजमाया तो उन कंपनियों को 2,410 करोड़ घाटा उठाना पड़ा। इन कंपनियों को दूसरी तिमाही में 2700 करोड़ का घाटा हुआ। रिपोर्ट के मुताबिक, जबकि जियो को दूसरी तिमाही में मात्र 270 करोड़ का घाटा हुआ और तीसरी तिमाही तक आते-आते जियो 540 करोड़ के फायदे में पहुंच गई।