Reliance का रीटेल मार्केट की बड़ी कंपनी पर कब्जा, जानिए कौन-कौन से बिजनेस हुए रिलायंस के ?
नई दिल्ली। रिलायंस ने देश में रीटेल बिजनेस की बड़ी डील को अंजाम दिया है। रिलायंस इस डील के माध्यम से फ्यूचर ग्रुप की रीटेल एंड होलसेल बिजनेस और लॉजिस्टिक एंड वेयरहाउस बिजनेस का अधिग्रहण करने जा रही है। ये अधिग्हहण रिलायंस की सब्स्डियरी कंपनी रिलायंस रीटेल वेंचर्स लिमिटेड ने इस डील को 24713 करोड़ रुपये में की है। शनिवार 29 अगस्त को रिलायंस ने इस डील के बारे में जानकारी दी।
Recommended Video
डील के बाद RRVL की निदेशक ईशा अंबानी ने कहा कि 'हमें फ्यूचर ग्रुप के प्रसिद्ध बांडों के साथ ही उसके व्यापारिक ईको सिस्टम को संरक्षित रखने में खुशी होगी। हम रीटेल बिजनेस में विकास की उम्मीद के साथ ही अपने उपभोक्ताओं को बेहतर मूल्य प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।'
रिलायंस बनी रीटेल की बेताज बादशाह
इस डील के साथ ही अब रिलायंस देश में रीटेल बिजनेस की बेताज बादशाह बन गई है। डील के बाद फ्यूचर ग्रुप की बिग बाजार, फूड बाजार, ईजोन समेत अन्य रीटेल बिजनेस रिलायंस का हिस्सा होंगे। ये डील फ्यूचर ग्रुप की उस योजना का हिस्सा है जिसके तहत फ्यूचर एंटरप्राइजेज लिमिटेट (एफईएल) अपने रीटेल बिजनेस को दो हिस्सों में बांटेगी और उन्हें एक यूनिट के रूप में रिलायंस इंडस्ट्रीज को बेच देगी।
अधिग्रहण के बाद फ्यूचर ग्रुप की रीटेल और होलसेल बिजनेस रिलायंस रीटेल एंड फैशन लाइफस्टाइल लिमिटेड (RRFLL) का हिस्सा होगी। फ्यूचर के लॉजिस्टिक एंड वेयरहाउस बिजनेस पर RRVL का कब्जा होगा।
FEL में भी रिलायंस की हिस्सेदारी
मर्जर के बाद RRFLL फ्यूचर एंटरप्राइजेज लिमिटेड में निवेश भी करेगी। रिलायंस 1200 करोड़ रुपये के प्रेफरेंशियल इश्यू के जरिए फ्यूचर ग्रुप में 6.09 प्रतिशत की हिस्सेदारी खरीदेगी। इसके अलावा वह 400 करोड़ इक्विटी वारंट के रूप में निवेश करेगी। कुल मिलाकर RRFLL के पास 7.05 फीसदी हिस्सेदारी होगी।
ये डील फ्यूचर ग्रुप के ऋणदाताओं के लिए भी अच्छी खबर है। फ्यूचर ग्रुप के ऊपर 13000 करोड़ रुपये का कर्ज है। साथ ही 7000 करोड़ रुपये की दूसरे देनदारी भी है जिनमें किराया और वेंडर्स का भुगतान शामिल है।
रिलायंस बनी रीटेल क्षेत्र की दिग्गज
अधिग्रहण के साथ ही रिलायंस का रीटेल बिजनेस के एक तिहाई बाजार पर कब्जा हो गया है। ये सौदा रिलायंस को रीटेल ऑफलाइन बाजार में विस्तार करने में मदद करेगा। रिलायंस जो पहले से ही देश की सबसे बड़ी रीटेल कंपनी है अब फ्यूचर ग्रुप के स्टोर्स के भी पास आने से खुदरा मार्केट की बड़ी दिग्गज बन जाएगी। इस तरह इसने अमेजन से काफी बढ़त ले ली है। इस सौदे ने एक बड़े रीटेल बिजनेस समूह के पतन को भी रोक दिया है। तीन दशक से रीटेल बिजनेस में मजबूत स्तंभ बनकर उभरे बियानी को कर्ज के बढ़ते दबाव और कोरोना महामारी के दौरान हुई मुश्किल के चलते बिजनेस से बाहर होना पड़ा है।
फ्यूचर ग्रुप ये बिजनेस जारी रखेगा
इस डील के बाद जहां फ्यूचर एंटरप्राइजेज लिमिटेड (FEL) रीटेल बिजनेस से बाहर हो जाएगा लेकिन अपने बचे हुए कारोबार को जारी रखेगी। इसमें फ्यूचर कंज्यूमर के एफएमसीजी प्रोडक्ट, टेक्सटाइल मिल्स और बीमा इकाई शामिल हैं। रिलायंस द्वारा फ्यूचर ग्रुप को खरीदने की खबर के बाद फ्यूचर रिटेल के शेयरों में भारी उछाल आया है। शुक्रवार को कंपनी के शेयर 6% तक की छलांग लगाकर 138.40 रुपये के भाव तक पहुंच गए। वहीं, फ्यूचर कंज्यूमर और फ्चूयर एटरप्राइजेज के शेयर में 5% की बढ़त दिखी।