Reliance Jio लाएगी अपनी खुद की करेंसी JioCoin, बिटक्वाइन को देगी टक्कर
नई दिल्ली। क्या आपने बिटक्वाइन का नाम सुना है? यह एक क्रिप्टोकरेंसी (आभासी मुद्रा) है। अब खबर है कि रिलायंस जियो भी अपनी खुद की क्रिप्टोकरेंसी लाने की तैयारी कर रही है और इस क्रिप्टोकरेंसी का नाम 'जियो क्वाइन' रखा जाएगा। खबरों के मुताबिक रिलायंस जियो के इस बेहद महत्वूर्ण प्रोजेक्ट का नेतृत्व मुकेश अंबानी के बड़े बेटे आकाश अंबानी करेंगे।
आकाश अंबानी के नेतृत्व में बनेगी 50 पेशवरों की टीम
लाइवमिंट की एक रिपोर्ट के मुताबिक जियोक्वाइन के लिए आकाश अंबानी के नेतृत्व में 50 पेशवरों की एक टीम बनाई जाएगी। इस टीम की औसत आयु 25 साल होगी। यह टीम जियो क्ववाइन के लिए ब्लॉकचेन तकनीक बनाएगी साथ ही इससे जुड़ी अन्य तकनीकी पहलुओं पर नजर रखेगी। बता दें कि बीते साल 2017 में क्रिप्टोकरेंसी काफी लोकप्रिय हुई थी। लाखों लोगों ने क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना और उसमें पैसे लगाने शुरू किए थे। जिसके बाद अब इस क्षेत्र में रिलायंस ने निवेश करने का प्लान बनाया है।
अभी तक बिटक्वाइन का रहा है बोलबाला
क्रिप्टोकरेंसी की दुनिया में अभी तक विटक्वाइन का बोलबाला रहा है। साल 2017 में बिटक्वाइन ने नई ऊंचाईयों को छुआ जब इसके एक विटक्वाइन की कीमत करीब 13 लाख रुपये तक पहुंच गई थी। विटक्वाइन को एक ऑनलाइन एक्सचेंज के माध्यम से कोई भी खरीद सकता है। इसकी खरीद-फरोख्त से फायदा लेने के अलावा भुगतान के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। इसे 2009 में एक अनजान इन्सान ने एलियस सतोशी नाकामोटो के नाम से क्रिएट किया था। इसके जरिए बिना बैंक को माध्यम बनाए लेन-देन किया जा सकता है।
भारत में है गैर-कानूनी
बिटकॉइन एक वर्चुअल करेंसी (क्रिप्टो करेंसी) जैसी है जिसे एक ऑनलाइन एक्सचेंज के माध्यम से कोई भी खरीद सकता है। इसकी खरीद-फरोख्त से फायदा लेने के अलावा भुगतान के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। इसे 2009 में एक अनजान इन्सान ने एलियस सतोशी नाकामोटो के नाम से क्रिएट किया था। इसके जरिए बिना बैंक को माध्यम बनाए लेन-देन किया जा सकता है। हालांकि भारत में इस मुद्रा को न तो आधिकारिक अनुमति है और न ही इसे रेग्युलेट करने का कोई नियम बना है।