रिलायंस का नंबर पोर्ट करने के लिए नहीं मिल रहा था कोड, अनिल अंबानी की कंपनी ने चुपके से शुरू कर दी अपनी सेवाएं
नई दिल्ली। रिलायंस कम्युनिकेशन 1 दिसंबर से अपनी सेवाएं बंद करने जा रही है। उससे पहले ही कई सर्कल में लोगों के रिलायंस के सिम में नेटवर्क आने बंद हो गए थे। अब कंपनी ने चुपके से मध्य प्रदेश सर्कल में अपनी सेवाएं दोबारा से शुरू कर दी हैं, जबकि यहां पर सेवाओं को कंपनी ने बंद कर दिया था। आपको बता दें इस वजह से लोगों के ऐसे काम भी रुक गए थे, जो OTP से होते हैं। इतना ही नहीं, लोगों को नंबर पोर्ट कराने में भी दिक्कत हो रही थी, क्योंकि नेटवर्क न होने की वजह से उन्हें पोर्टिंग कोड भी नहीं मिल पा रहा था। आपको बता दें कि कंपनी अब अपनी सेवाएं सिर्फ कुछ चुनिंदा सर्कल में ही देगी, जिनमें मध्य प्रदेश नहीं है।
इन सर्किल में कंपनी देगी सेवाएं
कंपनी अब सिर्फ आंध्र प्रदेश, हरियाणा, महाराष्ट्र, यूपी ईस्ट, यूपी वेस्ट, तमिलनाडु, कर्नाटक और केरल सर्किल में 2जी और 4जी इंटरनेट सेवाएं देगी। कंपनी ने वॉइस कॉलिंग को पूरी तरह से खत्म कर दिया है। रिलायंस कम्युनिकेशन इन सर्किल में सिर्फ इंटरनेट सेवाएं देगा। ऐसे में यह तो साफ है कि जो लोग रिलायंस का सिम इस्तेमाल करते हैं और कॉलिंग भी करना चाहते हैं उन्हें अपने कनेक्शन को किसी दूसरे ऑपरेटर में शिफ्ट करना होगा। कंपनी की तरफ से अपने ग्राहकों को यूनीक पोर्टिंग कोड भेजा भी जा चुका है। कंपनी की तरफ से भेजे गए मैसेज में कोड साथ उसकी वैधता भी है, जो 31 दिसंबर है।
कैसे करें अपने नंबर को पोर्ट?
रिलायंस के ग्राहकों को अपना नंबर पोर्ट कराने के लिए नीचे दी गई प्रक्रिया को पूरा करना होगा।
- कंपनी की तरफ से भेजे गए कोड को लेकर किसी भी टेलिकॉम कंपनी के सेंटर पर जाएं।
- उस कोड को टेलिकॉम कंपनी के ऑपरेटर को आधार कार्ड के साथ दें।
- ऑपरेटर आधारकार्ड नंबर के आधर पर आपके नंबर को लेकर ईकेवायसी प्रक्रिया को पूरा करेगा।
- इसके बाद आपको नई कंपनी की सिम मिल जाएगी। पोर्ट होने की पूरी प्रक्रिया में करीब 7 दिन तक का समय लग सकता है।
कंपनी को हुआ 2709 करोड़ का घाटा
रिलायंस कम्युनिकेश अपनी सेवाओं को बंद करने का ऐलान तो पहले ही कर चुकी है। अब इसका पुख्ता कारण भी सामने आ गया है। कंपनी को लगातार हो रहे नुकसान की वजह से कंपनी ने सेवाएं बंद करने का फैसला किया है। इस वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में रिलायंस कम्युनिकेशन को 2709 करोड़ रुपए का घाटा हुआ है। दूसरी तरफ, कंपनी पर करीब 46 हजार करोड़ रुपए का कर्ज भी है। वहीं एयरसेल के साथ मर्जर में भी कंपनी फेल हो गई और आखिरकार कंपनी को अपनी सेवाएं बंद ही करनी पड़ गईं।