RBI ने 2019-20 के लिए GDP का अनुमान घटाकर 7% से 6.9 फीसदी किया
नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक ने बुधवार को 2019-20 के लिए अपने आर्थिक अनुमान को घटाकर 6.9 फीसदी कर दिया है। बता दें आरबीआई ने पहले चालू वित्त वर्ष के लिए जीडीपी दर सात फीसदी रहने का अनुमान व्यक्त किया था। लेकिन आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने चालू वित्त वर्ष की तीसरी नीतिगत समीक्षा में वित्त वर्ष 2019-20 के लिए वृद्धि दर सात फीसदी से कम करके 6.9 फीसदी कर दिया है।
आरबीआई ने कहा वित्त वर्ष 2019-20 में वास्तविक जीडीपी की विकास दर सात प्रतिशत से घटाकर 6.9 प्रतिशत की जाती है। पहले छमाही (अप्रैल-सितंबर 2019) में विकास दर 5.8 से 6.6 प्रतिशत के बीच और दूसरी छमाही में 7.3 से 7.5 प्रतिशत के बीच रहने की उम्मीद है। बयान में कहा गया है कि विकास दर के अनुमान से बेहतर रहने की संभावना कम और कमतर रहने की संभावना ज्यादा है।
उधर रिजर्व बैंक ने सुस्त पड़ती अर्थव्यवस्था को गति देने के लिये बुधवार को प्रमुख नीतिगत दर रेपो में 0.35 प्रतिशत की कटौती कर दी। यह लगातार चौथा मौका है जब रेपो दर में कटौती की गयी है। इस कटौती के बाद रेपो दर 5.40 प्रतिशत रह गयी है। जो पिछले 10 सालों का सबसे निचला लेवल है। वहीं रिवर्स रेपो रेट भी 5.50 फीसदी से घटाकर 5.15 फीसदी कर दिया गया है।
मौद्रिक नीति समिति ने कहा कि जून में द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा के बाद भी घरेलू आर्थिक गतिविधियां नरम बनी हुई है। वहीं वैश्विक स्तर पर नरमी और दुनिया की दो बड़ी इकॉनमीज के बीच बढ़ते ट्रेड वॉर से इसके नीचे जाने का जोखिम है। वहीं नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) चार प्रतिशत पर और वैधानिक तरलता अनुपात (एसएलआर) 19.25 प्रतिशत पर यथावत है। ये कटौती तत्काल प्रभाव से लागू हो गयी हैं।
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