RBI Report: बैंकों की ग्रॉस एनपीए मार्च 2021 तक बढ़कर 12.5% होने की आशंका
RBI Report: बैंकों की ग्रॉस एनपीए मार्च 2021 तक बढ़कर 12.5% होने की आशंका
नई दिल्ली। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने 24 जुलाई को अपनी वित्तीय स्थरिता रिपोर्ट 2020 पेश की। इस रिपोर्ट में केंद्रीय बैंक ने सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्ति मार्च 2021 तक बढ़कर 12.5 फीसदी होने की संभावना जताई है। RBI की फाइनेंशियल स्टेबिलीटी रिपोर्ट के मुताबिक ग्रॉस एनपीए तुलनात्मक परिदृश्य के अंतर्गत वर्तमान वित्तीय वर्ष के अंत तक बढ़कर 12.5 फीसदी होने की आशंका जताई है।
केंद्रीय बैंक की रिपोर्ट के मुताबिक चालू वित्तीय वर्ष के अंत तक एनपीए बढ़कर 12.5 प्रतिशत हो सकती है। आपको बता दें कि मार्च 2020 में यह 8.5 प्रतिशत थी। रिजर्व बैंक की वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट के मुताबिक बहुत गंभीर दबाव वाले परिदृश्य में सकल NPA मार्च 2021 तक 14.7 प्रतिशत तक जा सकता है।
इस रिपोर्ट के मुताबिक इस दवाब की स्थिति का परीक्षण यह संकेत देता है कि सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों का ग्रॉस NPA अनुपात मार्च 2020 के 8.5 प्रतिशत से बढ़कर मार्च 2021 में 12.5 प्रतिशत तक हो सकता है। वहींरिपोर्ट में .ह भी कहा गया है कि अगर आर्थिक स्थिति और खराब होती है तो बेहद दवाब की स्थिति बनेगी और इस स्थिति में यहअनुपात बढ़कर 14.7 प्रतिशत तक पहुंच सकता है।
अपनी रिपोर्ट में आरबीआई ने कहा है कि बैंकों पर बेहद दवाब की स्थिति का परीक्षण किया गया , जिसमें इस बात का आकलन किया गया है कि जो भी झटके या दबाव होंगे, उसका बैंकों के बही-खातों पर क्या असर होगा। इसके तहत बैंकों के NPA और जोखिम भारांश संपत्ति अनुपात के तौर पर सीआरएआर का भी अध्ययन किया गया है। जिसके तहत देखा गया है कि मध्यम, गंभीर और बहुत गंभीर स्थिति बन सकती है।
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In response to COVID-19, a combination of fiscal, monetary and regulatory interventions on an unprecedented scale has ensured normal functioning of financial markets: Reserve Bank of India (RBI) in the 21st issue of its Financial Stability Report pic.twitter.com/6EAMJ3WF9j
— ANI (@ANI) July 24, 2020