'मैं आरबीआई गर्वनर हूं कोई सैंटा क्लॉज नहीं'
मुंबई। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया आरबीआई के गर्वनर रघुराम राजन ने मंगलवार को मौद्रिक नीति का ऐलान किया। इसके बाद उन्हें कई तरह के खिताब से नवाजा गया और कुछ लोगों ने उन्हें सैंटा क्लॉज तक करार दे दिया। इसके बाद उन्होंने कहा कि वह कोई सैंटा क्लॉज नहीं हैं लेकिन बस अपना काम करने में यकीन करते हैं।
क्या कहा राजन ने
राजन ने नीतिगत ब्याज दरों में उम्मीद से ज्यादा कटौती के बाद आ रही टिप्पणियों के जवाब में बड़े ही दिलचस्प अंदाज से जवाब दिया। उन्होंने कहा, 'मेरा नाम रघुराम राजन है और मेरा जो काम है, मैं करता हूं। मैं कोई सैंटा क्लॉज नहीं हूं।'
ब्याज दर में कमी के लिए सरकार और उद्योग की ओर दबाव के बीच राजन ने मंगलवार को कहा कि नीतिगत दर (रेपो) में 0.50 प्रतिशत की कटौती कर दी जो उम्मीद से दो गुनी है। उम्मीद थी कि रिजर्व बैंक 0.25 प्रतिशत तक की कटौती
कर सकता है। राजन के मुातबिक उन्हें नहीं पता लोग उन्हें क्या कहेंगे, सैंटा क्लॉज या हॉक (बाज)। वह इस पर ध्यान नहीं देते हैं।
यह कोई दिवाली बोनस नहीं है
यह पूछने पर कि आरबीआई ने नीतिगत दर 0.50 प्रतिशत क्यों घटायी, आरबीआई गवर्नर ने कहा कि हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि स्थायित्व और वृद्धि दोनों शब्द साथ चलें। दोनों महत्वपूर्ण हैं। इसलिए हमने उस गुंजाइश का उपयोग किया जो हमारे पास थी। लेकिन मुझे नहीं लगता कि हम बहुत आक्रामक थे। हम दिवाली बोनस नहीं दे रहे।'
राजन ने कहा कि वित्तीय बाजारों की उथल-पुथल से बचाव और ऐसी परिस्थितियों से सुरक्षित निकलने का सबसे अच्छा उपाय है कि नीति अच्छी रखी जाए।