लॉकडाउन के दौरान इंटरनेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग के लिए कोई डाउनटाइम नहीं: आरबीआई
लॉकडाउन के दौरान इंटरनेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग के लिए कोई डाउनटाइम नहीं: आरबीआई गवर्नर
नई दिल्ली। कोरोना संकट से जूझ रहे देश को बूस्टर डोज देने के लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने बड़ी घोषणाएं की है। बैंकों को राहत देने के लिए जहां रिवर्स रेपो रेट में कटौती की गई । वहीं आरबीआई ने डिजिटल बैकिंग और मोबािल बैंकिंग ने किसी भी तरह की रूकावट न होने की उम्मीद जताई है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि कोरोना वायरस के कारण देश में लागू लॉकडाउन के चलते इंटरनेट और मोबाइल बैंकिंग में कोई रुकावट नहीं होने दिया है।
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उन्होंने कहा कि हमारे डेटा दिखाते हैं कि लॉकडाउन के दौरान अब इंटरनेट बैंकिंग से अच्छा काम हो रहा है। बैंक अच्छा काम कर रहे हैं और चुनौतियों के बावजूद एटीएम का भी अच्छा संचालन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हम आगे भी इसे जारी रखेंगे। लॉकडाउन के दौरान लोगों के लिए बैंकिंग ऑपरेशन को आसान करते हुए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने कहा कि मोबाइल बैंकिंग और इंटरनेट बैंकिंग सेवा में कोई रुकावट नहीं होगी। लॉकडाउन के दौरान बैंकिंग ऑपरेशन के दौरान इंटरनेट या मोबाइल बैंकिंग में कोई डाउनटाइम नहीं होगा।
वहीं आरबीआई गवर्नर ने कहा कि वित्तीय नुकसान को कम करने की कोशिश की जा रही है। कैश की कमी नहीं होने दी जाएगी। उन्होंने रिपोर्ट देते हुए कहा कि देश में 91 फीसदी एटीएम काम कर रहे हैं। शक्तिकांत दास ने कहा कि मार्च में ऑटोमोबाइल प्रोडक्शन और सेल गिरी है और साथ ही बिजली की मांग में भी कमी आई है। वहीं बाजार में लिक्विडिटी को बनाए रखने के लिए रिवर्स रेपो रेट 4 % से घटाकर 3.75% किया गया है। रिवर्स रेपो रेट में कटौती किए जाने से जर्व बैंक सभी बैंकों को कम ब्याज देगा। अगर बैंकों को कम ब्याज पर कर्ज मिलेगा तो बैंक अपने पास ज्यादा कैश रखेंगे और बैंको को ये पैसा आखिरकार बाजार में ही लगाना होगा। जिससे बाजार में नकदी फ्लो बढ़ेगा।
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