RBI ने नंदन नीलेकणि को बनाया डिजिटल पेमेंट कमिटी का चेयरमैन, जानिए कौन हैं नंदन नीलेकणि
नई दिल्ली। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने डिजिटल पेमेंट को और बेहतर और लोकप्रिय बनाने के लिए नई कमेटी गठित की है, जिसकी कमान नदंन नीलेकणि के हाथों में सौंपा है। आरबीआई ने डिजिटल पेमेंट कमेटी का चेयरमैन नंदन नीलेकणि को नियुक्त किया गया है। यह कमेटी 90 दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट आरबीआई को सौंपेगी। आपको याद दिला दें कि देश में आधार को आगे बढ़ाने में अहम रोल निभाने वालों में नंदन नीलेकणि सबसे आगे रहे थे।
क्या है डिजिटल पेमेंट कमेटी
आरबीआई ने देश में डिजिटल पेमेंट को और बेहतर बनाने और अधिक से अधिक लोकप्रिय बनाने के लिए 5 सदस्यों वाली कमेटी गठित की है। इस कमेटी का कमान नंदन नीलेकणि को सौंपा गया है। कमेटी में सीआईआईई के चीफ इनोवेशन ऑफिसर संजय जैन, विजया बैंक के पूर्व सीईओ किशोर सांसी, मिनिस्ट्री ऑफ इन्फोरमेशन के मुख्य सचिव अरुणा शर्मा भी हैं।
कौन हैं नंदन नीलकेणि
नंदन नीलेकणि का जन्म 2 जुलाई 1955 को कर्नाटक में हुआ था। उन्होंने आईआईटी मुंबई से इंजीनियरिंग की है। उनका अब तक का सबसे अहम योगदान आधार कार्ड का सफलता रही है। विशिष्ठ पहचान संख्या या यूनिक आइडेंटीफिकेशन आधार को सफलतापूर्वक आगे बढ़ाने का काम नंदन नीलेकणि ने किया, जिसके लिए भारत सरकार ने उन्हें 2006 में विज्ञान और अभियांत्रिकी के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया। वो इंफोसिस के को फाउंडर हैं। 1982 में इंफोसिस की संस्थापना करने वाले नीलेकणि मार्च 2002 से जून 2007 तक कंपनी के मुख्य कार्यकारी और प्रबंध निदेशक रहे हैं।