Ratan Tata Birthday: जब रतन टाटा ने खुद बताया क्यों नहीं की शादी, कहा- 3-4 बार सीरियस हुआ पर इस डर से हटा पीछे
Ratan Tata Birthday: जब रतन टाटा ने खुद बताया क्यों नहीं की शादी, कहा- 3 से 4 बार सीरियस हुआ पर इस डर से हटा पीछे
Ratan Tata 83th Birthday: टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा का आज 28 दिसंबर को जन्मदिन है। देश और दुनिया के सफल उद्योगपतियों में शामिल रतन टाटा 83 साल के हो गए हैं। रतन टाटा का जन्म गुजरात के पूंजीपति परिवार में हुआ था। 28 दिसंबर, 1937 में गुजरात के सूरत में रतन टाटा का जन्म हुआ था। रतन टाटा ने पूरी जिंदगी शादी नहीं की। सोशल मीडिया से लेकर मैग्जीन में कई बार उनके लव लाइफ के बारे में लिखा गया है। लेकिन ऐसा नहीं है कि शादी ना करने वाले रतन टाटा को कभी किसी से प्यार नहीं हुआ या उन्होंने कभी शादी करने के बारे में नहीं सोचा। रतन टाटा ने खुद कुछ महीने पहले अपने लव लाइफ के बारे में एक मीडिया हाउस के साथ बात करते हुए कहा था कि उन्होंने 3 से 4 बार शादी करने का मन बनाया था और इसको लेकर वो सीरियस भी हुए थे, लेकिन परिस्थितियां ऐसी बनी की उनकी शादी नहीं हो पाई।
जब रतन टाटा ने कहा- 3 से 4 बार बनाया था शादी का मन
रतन टाटा ने एक न्यूज पब्लिकेशन हाउस से बात करते हुए बताया था कि वह अपने जीवन में लगभग 3 से 4 बार ऐसा सोचा था कि उन्हें शादी करनी चाहिए। इसके लिए उन्होंने अपना मन भी बनाया था। जिसको लेकर वो काफी सीरियस भी थे। लेकिन ऐसा कभी नहीं हो सका...क्योंकि वह हमेशा डर में या किसी अन्य कारण की वजह से पीछे हट गए।
हालांकि उस वक्त रतन टाटा ने कहा था कि उन्होंने शादी नहीं की, इसमें कुछ भी बुरा नहीं हुआ। उन्होंने यह कहकर बातचीत को भी खत्म कर दिया था कि अगर वो शादी कर लेते तो जिंदगी और जटिल हो सकती थी।
जब रतन टाटा ने कहा- 1962 भारत-चीन जंग की वजह से प्रेमिका नहीं आई भारत
Humans of Bombay Instagram पेज पर रतन टाटा के बारे में 12 फरवरी 2020 को उनकी जिंदगी और लव लाइफ से जुड़ी एक पोस्ट शेयर की गई थी। उस पोस्ट में रतन टाटा द्वारा कही गई बातें लिखी गई थी, जिसमें उन्होंने बताया था कि कैसे 1962 भारत-चीन जंग की वजह उनकी प्रेमिका अमिरेका से इंडिया उनके साथ नहीं आई। रतन टाटा कहते हैं, कॉलेज के बाद, ''मैंने एलए (लॉस एंजेलिस) में एक आर्किटेक्चर फर्म में नौकरी की, जहां मैंने 2 साल तक काम किया। यह एक बहुत अच्छा समय था - मौसम सुंदर था, मेरी अपनी कार थी और मुझे अपनी नौकरी से प्यार था। लॉस एंजेलिस में ही मैं प्यार में पड़ गया और लगभग शादी करने वाला था। लेकिन उसी दौरान मैंने भारत अस्थायी रूप से वापस जाने का निर्णय लिया क्योंकि मैं अपनी दादी से दूर हो गया था जो लगभग 7 वर्षों से बहुत बीमार थीं। इसलिए मैं भारत वापस आ गया। मैंने उस वक्त सोचा था कि मैं जिस लड़की से शादी करना चाहता हूं वह मेरे साथ भारत आएगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। 1962 के भारत-चीन युद्ध के कारण उसके माता-पिता ने उसे भारत आने से मना कर दिया था। इसी वजह से हमारा रिश्ता खत्म हो गया था।''
माता-पिता के तलाक के कारण हम दोनों भाईयों से बहुत कुछ सहा: रतन टाटा
रतन टाटा ने लिखा, "मेरा बचपन खुशहाल था, लेकिन जैसे ही मैं और मेरे भाई बड़े हुए, हमने अपने माता-पिता के तलाक के कारण काफी हद तक रैगिंग और बुलिंग का सामना किया...क्योंकि उन दिनों तलाक लेना आम बात नहीं थी। लेकिन मेरी दादी ने हमें हर तरह से पाला और साथ रखा। इसके तुरंत बाद जब मेरी मां ने दोबारा शादी की, तो स्कूल के लड़के हमारे बारे में गंदी बातें करते और हमें चिढ़ाते थे और कई बार आक्रामक भी होते थे। लेकिन हमारी दादी ने हमें हर कीमत पर शांति से हर मौके को हैंडल करने के लिए बोला था। उनकी सिखाई बात आज तक मेरे साथ है। मुझे याद है World War II के बाद अपने भाई और मुझे गर्मियों की छुट्टियों के लिए लंदन ले गई। उस वक्त वह हमें बताती थी कि ये मत करो, उस बारे में चुप रहो। अब यह कहना मुश्किल है कि उस वक्त सही या गलत कौन था। मैं वायलिन बजाना सीखना चाहता था, मेरे पिता ने पियानो सीखने पर जोर दिया। मैं अमेरिका में कॉलेज जाना चाहता था, उन्होंने यूके के लिए मुझे फोर्स किया। मैं एक आर्किटेक्ट बनना चाहता था, उन्होंने मुझसे इंजीनियर बनने पर जोर दिया। अगर मेरी दादी नहीं होती तो मैं अमेरिका में कॉर्नेल यूनिवर्सिटी की पढ़ाई पूरी नहीं कर पाता। यह उनकी वजह से ही था कि ले ही मैंने मैकेनिकल इंजीनियरिंग में दाखिला लिया, लेकिन मैंने विषय को बदल दिया और वास्तुकला में डिग्री के ग्रेजुएट हुआ। मेरे पिता परेशान थे लेकिन मैं आखिरकार कॉलेज में अपना खुद का स्टैंड लिया और अपनी पढ़ाई पूरी की। मेरी दादी ने मुझे सिखाया था कि अपनी बात को बिना डर बोले लेकिन सम्मानजनक तरीके से, जिसे मैं आजतक मानता हूं।''