'सीमा पर सैनिक शहीद हुए, हम चीन के उत्पादों का बहिष्कार तो कर ही सकते हैं': रामविलास पासवान
चीन के उत्पादों का बहिष्कार करें लोग: रामविलास पासवान
नई दिल्ली। चीन की बढ़ती मनमानी के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए भारत सरकार को आज पूरे देश का समर्थन प्राप्त हो रहा है। एक तरफ जहां मांग की जा रही है कि भारतीय सेना सीमा पर चीनी सैनिकों को सबक सिखाए वहीं दूसरी ओर देश के अंदर भी चीन को आर्थिक मोर्चे पर झटका देने की मुहिम शुरू हो गई है। अखिल भारतीय व्यापारी महासंघ (सीएआईटी) के बाद अब केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने भी देशवासियों से चीनी सामानों के बहिष्कार की अपील की है।
चीनी सामानों के बहिष्कार की अपील
लद्दाख में भारत के साथ सीमा तनाव के बीच केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने गुरुवार को चीनी सामानों के बहिष्कार की अपील करते हुए कहा कि केंद्र चीन से आयातित उत्पादों पर बीआईएस गुणवत्ता नियमों को सख्ती से लागू करेगा। खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री रामविलास पासवान ने एक इंटरव्यू में कहा है कि चीन के सस्ते और दोयम दर्जे (सेकेंड क्लास) के उत्पादों के आयात पर अब रोक लगेगी। भारत सरकार जल्द ही अपने ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स (बीआईएस) को मजबूत करेगी और नए नियमों का ऐलान होगा।
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देश के लिए हम इतना तो कर ही सकते हैं: पासवान
अपने बयान में रामविलास पासवान ने कहा है कि लोगों को खुद भी चीनी सामानों का बायकॉट करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर सीमा पर हमारे सैनिकों की पड़ोसी के आक्रामक रवैये की वजह से जान गई है, तो हम इतना तो कर ही सकते हैं। इसके अलावा मंत्री पासवान ने अपने मंत्रालय के अधिकारियों को भी दिन-प्रतिदिन के उपयोग के लिए किसी भी चीनी उत्पादों की खरीद नहीं करने का निर्देश दिया। गुरुवार को उन्होंने कहा, मैं सभी से अपील करना चाहता हूं कि चीन जिस तरह का व्यवहार कर रहा है, ऐसे में हम सभी चीनी उत्पादों का बहिष्कार करें।
चीन में हमारे बासमती चावल को खारित किया जाता है
रामविलास पासवान ने दीया और फर्नीचर जैसे उप-मानक चीनी उत्पादों के अवैध आयात पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) द्वारा निर्धारित गुणवत्ता नियमों को सरकार सख्ती से लागू करेगी। उन्होंने आगे कहा, उन्होंने कहा कि हमारे उपभोक्ता मामलों के विभाग में, बीआईएस है जो 25,000 उत्पादों के लिए मानक बनाता है। अब हमारे पास एक नया कानून है। इसके नियम और कानून अंतिम चरण में हैं। उन्होंने कहा, 'जब हमारा माल विदेश पहुंचता है, तो उनकी जांच की जाती है। हमारे बासमती चावल के निर्यात को खारिज कर दिया जाता है, लेकिन जब उनका माल भारत आता है, तो कोई सख्त गुणवत्ता नियंत्रण नहीं होता है।'
CAIT ने तैयार की चीनी सामानों की लिस्ट
सीमा पर चीन की कायराना हरकत की निंदा करते हुए कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (सीएआईटी) ने भारत में चीनी वस्तुओं के बहिष्कार का आह्वान किया है। इसके मद्देनजर सीएआईटी ने 500 से अधिक ऐसे चीनी वस्तुओं की सूची तैयार की है जिसे पड़ोसी देश से आयात किया जाता है। सीएआईटी ने कहा कि हमारा उद्देश्य है कि साल 2021 तक चीनी से आने वाले 13 बिलियन डॉलर (लगभग 1 लाख करोड़ रुपए) के उत्पादों को कम किया जाए। सीएआईटी ने चीनी उत्पादों के बहिष्कार के लिए देश से आग्रह किया है।
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